शेयर बाजार में आल राउंड तेजी की आस
अमेरिका में ब्याज दर घटने और खाड़ी देशों की क्रूड में हुई जमकर कमाई से आए पैसे ने भारतीय शेयर बाजार को एक बार फिर पंख लगा दिए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के सख्त मौद्रिक कदम, बढ़ती महँगाई दर को नजरअंदाज कर शेयर बाजार कुलाँचें भर रहा है। लेकिन, पिछली तेजी के बाद हुए सफाए से से सबक लेते हुए निवेशकों को बीच-बीच में मुनाफावूसली करते रहना चाहिए।बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स 5 मई से शुरू हो रहे सप्ताह में 17981 अंक के ऊपर बंद होने पर 18380 अंक तक जा सकता है। हालाँकि, स्पोर्ट स्तर 17072 अंक है, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 5343 अंक के ऊपर बंद होने पर 5463 अंक तक जा सकता है। इसका स्पोर्ट स्तर 5072 अंक है। तकनीकी विश्लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्स अब अपनी ऊँचाई की ओर वापसी के दूसरे परीक्षण दौर में पहुँच गया है। इस सप्ताह साप्ताहिक रेसिस्टेंस 17821-17942 अंक पर देखने को मिलेगा। साप्ताहिक स्पोर्ट 17400-17178 -16978 पर देखने को मिलेगा। दो सौ दिन की ईएमए और एसएमए 16907 और 17424 अंक है। पिछले सप्ताह सेंसेक्स ने 17575-18193 की रेंज में प्रवेश किया। इस रेंज में पुल बैक का स्तर 17942 अंक दिखता है। ऊपरी छोर पर 17575-17821-17942 -18193 अंक के स्तर पर नजर रखनी होगी।दूसरी तरफ, जेपी मॉर्गन चेज ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स का टारगेट घटाकर 22500 अंक कर दिया है। इस संस्था का कहना है कि ऊँची मुद्रास्फीति और कड़क मौद्रिक नीति की वजह से उसे बीएसई सेंसेक्स का लक्ष्य घटाना पड़ा है। पहले के तय लक्ष्य से यह 18 फीसदी कम है।हैंगसैंग चाइन इंडेक्स का ऊपरी अनुमान 16 फीसदी घटाकर 18500 अंक, भारत के बीएसई का ऊपरी अनुमान 18 फीसदी कम कर 22500 अंक, हैंगसैंग इंडेक्स का लक्ष्य 10 फीसदी कम कर 35000 और फिलीपिंस शेयर बाजार के इंडेक्स का ऊपरी अनुमान 28 फीसदी घटाकर 3400 अंक कर दिया है। दक्षिण कोरिया के कोस्पी इंडेक्स का टारगेट 14 फीसदी कम कर 1970 अंक, इंडोनेशिया के जकार्ता कॉम्पोजिट इंडेक्स का अनुमान 12 फीसदी गिराकर 2800 अंक और मलेशिया के कुआलाम्पुर कम्पोजिट इंडेक्स का लक्ष्य 7 फीसदी ढीला कर 1500 अंक किया गया है। लेकिन, ताईवान के ताई एक्स इंडेक्स का टारगेट 5 फीसदी बढ़ाकर 11000 अंक और पाकिस्तान के कराची शेयर बाजार के इंडेक्स का अनुमान 3 फीसदी अधिक कर 16500 अंक किया है। अच्छी बात यह है कि भारत के साथ आस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और पाकिस्तान शेयर बाजारों के इंडेक्स में अमेरिकी डॉलर में प्रतिफल 20 फीसदी से ज्यादा है।अगले सप्ताह आई फ्लैक्स, सेंचुरी टेक्सटाइल्स, जेएसडब्लू स्टील, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, अशोक लैलेंड, एशियन पेंट्स, अपोलो टायर, वॉलटैम्प ट्रांसफार्मर, बॉटलीबाय, इलेक्ट्रोथर्म, एमएम फोर्जिंग, महिंद्रा फोर्जिंग, पंजाब ट्रैक्टर और नेशनल पैराक्साइड सहित अनेक कंपनियाँ अपने सालाना नतीजे पेश करेंगी।हालाँकि, अब कार्पोरेट नतीजों का मौसम पूरा होने जा रहा है। मुख्य 988 कंपनियों के नतीजों का विश्लेषण करें तो तिमाही आधार पर औसतन शुद्ध लाभ में 17.10 फीसदी और शुद्ध बिक्री में 21.60 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। सालाना आधार पर शुद्ध मुनाफे में 27.30 फीसदी और शुद्ध बिक्री में 23.40 फीसदी का शानदार इजाफा देखने को मिला है।इस सप्ताह निवेशक वॉलटैम्प ट्रांसफार्मर, प्राज इंडस्ट्रीज, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, कोटक बैंक, टोरेंट फार्मा, एबीसी बेयरिंग, टाइटन इंडस्ट्रीज, देना बैंक, कार्बोरेंडम यूनिवर्सल, इंडिया ग्लायकोल, बाटा इंडिया और गुजरात स्टेट पेट्रोनेट पर ध्यान दे सकते हैं। • यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।