शरद पूर्णिमा पर कविता : प्रीतम मेरे आएंगे
शरद पूर्णिमा आने वाली है,
प्रीतम मेरे आएंगे।
देख चांदनी मैं नाचूंगी,
वे भी गीत सुनाएंगे।
झमक-झमक मोरी,
बजेगी पायल।
नैनों में कजरा सोहेगा,
हुस्न को मेरे देख-देख के,
यार भी तू मुझको मोहेगा।।
खुशबू कली उड़ाएगी जब,
रात मिल मंगल गाएंगे।