पहलवान नरसिंह ने खुद ली थी टेबलेट : कैस
नई दिल्ली। खेलों की सर्वोच्च अदालत (कैस) ने भारतीय पहलवान नरसिंह यादव के कॅरियर खराब करने के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि भारतीय खिलाड़ी ने जानबूझकर टेबलेट के रूप में एक से अधिक बार प्रतिबंधित दवा का सेवन किया था।
कैस ने नरसिंह पर डोपिंग के उल्लंघन के आरोप में चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे वह 19 अगस्त को रियो में 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के अपने मुकाबले में नहीं उतर सके। इसके बाद उन्हें खेल गांव से भी बाहर होना पड़ा। भारतीय कुश्ती संघ ने इस मामले में आरोप लगाया है कि नरसिंह प्रकरण में खेल पंचाट ने नोटिस इतने कम समय पर दिया कि न तो नरसिंह अपनी दलील पेश कर सका और न ही उनके पास उसका विकल्प लाने के लिए समय मिल सका।
खेल पंचाट ने साथ ही कहा कि यदि नरसिंह उनके खिलाफ साजिश होने की बात को साबित कर देते हैं तो उन पर लगा चार वर्ष का प्रतिबंध घटाकर दो साल भी किया जा सकता है। रियो ओलंपिक में भारतीय दल का हिस्सा रहे नरसिंह को खेलों के दौरान ही उनकी बाउट से ठीक एक दिन पहले चार वर्ष के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था।
कैस ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की अपील पर सुनवाई करते हुए राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के निर्णय को पलट दिया था, जिसने डोपिंग मामले में नरसिंह को क्लीन चिट दे दी थी। खेल पंचाट ने नरसिंह पर दिए अपने संपूर्ण निर्णय में इस बात का जिक्र किया है।
कैस के विशेषज्ञ पैनल ने अपने निर्णय में कहा है कि नरसिंह को डोप में एक बार नहीं, बल्कि एक से अधिक बार प्रतिबंधित दवा के सेवन का दोषी पाए जाने के बाद ही उन पर चार वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया है। पैनल ने यह भी कहा है कि पहलवान नरसिंह ने मेथनडिएनोन की एक या दो टेबलेट का सेवन किया है न कि यह उनके शरीर में उस ड्रिंक के माध्यम से आया है, जिसमें पाउडर मिलाया गया हो।
उन्होंने कहा, पहलवान के 25 जून और पांच जुलाई को लिए गए नमूनों की जांच से साफ है कि उनके शरीर में जिस ड्रग की उपस्थिति पाई गई है उसका सेवन वह लंबे समय से कर रहे थे। ऐसे में उनके कॅरियर को खराब करने के लिए उनके खाने में दवा मिलाने की दलील गलत है।
कैस पैनल की विशेषज्ञ कनाडा की प्रोफेसर क्रिस्टियाने अयोटे ने नरसिंह के बारे में यह राय दी थी, जिसे वाडा ने पेश किया था। प्रो. अयोटे अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) के डोपिंग आयोग की सदस्य हैं। वह मांट्रियल में वाडा की अधिकृत प्रयोगशाला की निदेशक हैं। (वार्ता)