चार घंटे तक कार में बंद रहा मासूम छात्र, दम घुटने से मौत
भोपाल। स्कूल प्रशासन की लापरवाही के कारण एक बच्चे को अपनी जान गंवानी पड़ गई। टाइम्स ऑफ इंडिया छपी खबर के अनुसार होशंगाबाद जिले के एक 6 वर्षीय छात्र कथित तौर पर स्कूल प्रशासन की लापरवाही के चलते चार घंटे से अधिक समय तक कार के अंदर बंद रहा और बाद में सांस लेने में परेशानी के कारण उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत के बाद मां-बाप ने सीबीआई जांच की मांग की है।
पुलिस के मुताबिक होशंगाबाद के समीप एक निजी स्कूल में नातिक गौड़ छात्र था। 19 मार्च को उसे भोपाल में प्राइवेट चाइल्डकेयर स्पेशलिस्ट के पास रेफर किया गया था और रविवार को उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच के लिए होशंगाबाद भेज दिया है। नातिक के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रशासन ने उसे चार घंटे से अधिक समय तक कार में छोड़ दिया था, जिससे काफी घुटन हो गई। डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे को भोपाल में सांस की परेशानी की वजह से लाया गया था और वह सदमे में था।
पुलिस ने बच्चे के पिता सुरेंद्र गौड़ की शिकायत के हवाले से कहा कि उसके पिता ने बताया कि नातिक स्कूल डायरेक्टर की कार में कुछ टीचर्स के साथ उस दिन स्कूल गया था। स्कूल पहुंचने के बाद नातिक ने कार से बाहर आने से मना कर दिया। इसके बाद स्कूल के डायरेक्टर ने नातिक को कार में बंद कर दिया। इसके बाद डायरेक्टर ने स्कूल टीचर से नातिक को बाहर निकालने के लिए कहा, लेकिन टीचर नातिक को कार में ही भूल गईं जिसके बाद वह चार घंटे से अधिक समय तक कार के अंदर बंद रहा।