बीएचयू छात्रा को पशु तस्करों को पकड़वाना पड़ा महंगा
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के लंका क्षेत्र में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की एक पूर्व छात्रा को पशु तस्करों को पुलिस से पकड़वाना महंगा पड़ा।
सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि पशुओं की क्रूरता के खिलाफ अभियान चलाने वाली छात्रा नेहा यादव पर तस्करों ने मंगलवार रात हमला कर दिया। अब पुलिस भी उनके (सुश्री यादव) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
सुश्री नेहा का आरोप है कि डाफी चौकी के पुलिसकर्मियों के इशारे पर कुछ असामाजिक तत्वों ने उन पर हमला कर दिया। उसका कहना है कि कुछ पुलिसकर्मियों की शह पर गोवंश की तस्करी होती है।
पशु तस्करी के बारे में जानकारी मिलते ही उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी और खुद भी कुछ स्थानीय निवासियों के साथ मौके पर पहुंची थीं। वहां मौजूद कुछ लोगों ने उनके साथ बदतमीजी और मारपीट की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे।
हालांकि पुलिस के क्षेत्राधिकारी ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में एक युवती, 21 पशु तस्कर समेत 26 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि सुश्री नेहा ने कल रात स्थानीय निवासियों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाफी टोल प्लाजा के पास पांच ट्रकों में गोकशी के लिए ले जाए जा रहे पशुओं को छुड़वाया था। इसी दौरान उनके साथ बदतमीजी की गई। आरोप है कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। पुलिसकर्मियों के रवैए के खिलाफ स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। इस वजह से यहां यातायात बाधित हुआ था। (वार्ता)