उज्जैन के युवक को बहुत महंगी पड़ी कलाबाजी, झुलसा बैठा अपना मुंह
उज्जैन। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रात 9 बजकर 9 मिनट पर देशभर से अपील की थी कि लोग अपने घरों की लाइट्स बंद कर दें और 9 मिनट तक दीपक, मोमबत्ती, टॉर्च, या फिर मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं लेकिन उज्जैन के एक युवक को कलाबाजी दिखानी महंगी पड़ गई। इस कलाबाजी में वह युवक अपना मुंह झुलसा बैठा।
रविवार को रात 9 बजे के बाद लोग अपने घरों में रहने की अपील के बावजूद बाहर निकल आए। उज्जैन के
ढाबा रोड स्थित गैबी हनुमान मंदिर के पास एक युवक सड़क पर आया और आसपास वालों को अपनी धाक जमाने की गरज से उसने पहले मुंह में ज्वलनशील पदार्थ भरा।
ज्वलनशील पदार्थ भरने के बाद वह तमाशे में मदारी की तर्ज पर हाथ में जल रही ज्वाला पर फूंक मारता है। पहली फूंक में तो कागज जल जाता है और उसमें से आग का गुबार निकलता है। दोबारा कोशिश में जैसे ही वह आग मुंह के पास लाता है, उसका मुंह खुलते ही वहां आग लग जाती है।
तमाशा देख रहे आधा दर्जन युवक दौड़ लगाकार उसके जलते हुए मुंह की आग को बुझाते हैं। अति उत्साह में करतब दिखाना इस युवक को काफी महंगा पड़ गया क्योंकि इस चक्कर में वह अपना मुंह झुलसा बैठा। कर्फ्यू और लॉकडाउन में बार बार पुलिस घरों में रहने के आदेश देती है लेकिन ढाबा रोड स्थित गैबी हनुमान मंदिर के पास के रहवासियों ने इसका पालन नहीं किया।