सूखे से फसल बर्बाद होने के सदमे में किसान की मौत
महोबा। उत्तरप्रदेश में महोबा जिले के श्रीनगर क्षेत्र में वर्षा के अभाव में समय से पहले फसल सूखने से आहत एक किसान की सदमा लगने से मृत्यु होने का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस उपाधीक्षक जितेंद्र दुबे ने सोमवार को यहां बताया कि भंडरा गांव में किसान दिल्लीपत अहिरवार ने अपने खेत में 4 बीघा में उर्द और मूंग की फसल बोई थी। बीज खराब होने के कारण उर्द की फलियों में तो दाने ही नहीं आए जबकि वर्षा न होने के कारण सिंचाई के अभाव में मूंग की फसल समय से पहले ही सूख गई। किसान दिल्लीपत सोमवार तड़के जब खेत पर गया तो फसल की इस दुर्दशा को देख वो इसे बर्दाश्त नहीं कर सका और एकाएक गिर पड़ा।
उन्होंने बताया कि अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वह पहले से ही कर्ज अदायगी को लेकर परेशान था और फसल बेकार होने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका।
उसने वर्ष 2005 में किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण भी लिया था लेकिन आर्थिक हालत नहीं सुधरने के कारण वह बैंक का पैसा भी जमा नहीं करा सका। ऋण बढ़कर 3 गुना हो गया था। उसे खेत नीलाम होने की भी चिंता सता रही थी।
शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इस बीच इलाके के उपजिलाधिकारी जंग बहादुर ने कहा कि वर्षा न होने के कारण सर्कल में किसानों की फसलें खराब होने की जानकारी मिली है। इसका सर्वे कराया जा रहा है। (वार्ता)