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  4. CM Hemant Soren in Silver Jubilee Celebration of Jharkhand Legislative Assembly
Last Modified: रांची , रविवार, 23 नवंबर 2025 (09:06 IST)

झारखंड विधानसभा के 25 साल, क्या बोले सीएम हेमंत सोरेन?

hemant soren
Jharkhand news in hindi : झारखंड के विधानसभा की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित रजत जयंती समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक रूप से मजबूत करने का संकल्प लिया है। 
 
उन्होंने कहा कि 25 वर्ष का एक लंबा सफर इस प्रदेश ने पूरा किया है। राज्य सरकार ने भी रजत जयंती मनाई है। कुछ दिन पूर्व माननीय उच्च न्यायालय में भी रजत जयंती के शुभ अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस प्रकार आज विधानसभा में भी वर्षगांठ के रूप में यह कार्यक्रम आयोजित किया है।
 
इस अवसर पर उन्होंने राज सिन्हा को राज्य के 21वें उत्कृष्ट विधायक चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट विधायक सभी विधायकों को ध्यान में रखकर चुना जाता है। 
 
सीएम सोरेन ने कहा कि युवा झारखंड राज्य की यह 25वीं वर्षगांठ है। इस राज्य के सृजन से लेकर इस राज्य के केंद्र में होने वाले हैं राजनीतिक, सामाजिक आंदोलन, अलग-अलग गतिविधियों को देखने और समझने का अवसर कई लोगों को मिला। मुझे लगता है कि देश में जितने राज्यों का सृजन हुआ उसमें झारखण्ड राज्य का सृजन बिल्कुल अलग ढंग से हुआ। आजादी की लड़ाई पूरे देश में जिस तरह से लड़ी गई कमोबेश उस तरह के संघर्ष करने की भूमिका यहां की भी रही है। इसके लिए कई शहादत, बलिदान हमारे महिला और पुरुषों ने दिया है। जिस तरह आजादी की लड़ाई में शहीद हुए वीर महापुरुष रहे हैं अगर हम देखे उस पैमाने में तो अनगिनत लोग इस राज्य के निर्माण में, यहां के जल-जंगल-जमीन, यहां के आदिवासी-मूलवासी को बचाने के लिए संघर्षरत रहे।
 
उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने अपना राज्य, अलग प्रांत बनाने का निर्णय लिया और आदरणीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के नेतृत्व में एक लंबा संघर्ष हुआ। इस युवा राज्य को आशीर्वाद देने के लिए दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी आज हम लोगों के बीच में नहीं है। कई ऐसे वीर पुरुष है जो आज हम लोगों के बीच में नहीं है। मैं समझता हूं कि राज्य की परिकल्पना तो पूरी हुई लेकिन हम सबसे निचले पायदान में खड़े हैं।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी, कुपोषण, पिछड़ापन, शिक्षा का अभाव, सामाजिक न्याय से वंचित कई ऐसी चीज हैं जो आज के दिन में भी, हम सभी लोगों को, इस राज्य के जनमानस को घेरे हुई हैं। आज के दिन में भी अगर हम तुलना करें किसी भी राज्य से तो आज इस राज्य में गरीबी का, शिक्षित लोगों का, सामाजिक रूप से मजबूत होने का, आर्थिक रूप से मजबूत होने का दावा बहुत मजबूती से किया जाए यह सही नहीं है।  
 
इसलिए हम सब का दायित्व बनता है, इस देश का लोकतंत्र, इस देश का संविधान, इस देश का कानून, व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए है। लेकिन आज कानून की जानकारी किसके पास है?
 
उन्होंने कहा कि यही वजह है लोग अपने-अपने तरीके से, अपने हक-अधिकार की मांग को लेकर रास्ते अपनाते हैं। यही कारण है वर्तमान सरकार ने लोगों को आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक रूप से मजबूत करने का संकल्प लिया है और उसी का परिणाम है कि आज हम गांव-गांव, शहर-शहर, इस राज्य की आधी आबादी को पहले चरण में अपने पैरों पर खड़ा करने का संकल्प लिया है।
 
आज उत्कृष्ट विद्यालय खोलते हुए एक बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया है। इस 25 वें वर्षगांठ में सेवा का अधिकार जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। मुझे लगता है कि इस राज्य के इतिहास का यह पहला चरण होगा जहां हम राज्य के पदाधिकारी को, राज्य की नीतियों को, कानून को, आम जनों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि इस राज्य को सोने की चिड़िया कहा जाता है लेकिन यह सोने की चिड़िया तभी बनेगा जब यहां के साढ़े तीन करोड़ लोगों के चेहरे पर मुस्कान होगी और इसमें सबसे बड़ी भूमिका हमारे विधायिका की है। यहां बैठने वाले माननीय विधायकों को लोग चुनकर भेजते हैं। विधायक कितने सकारात्मक भूमिका में लोगों के बीच में रहते हैं यह मायने रखता है।
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