नतेभ्यः सर्वदा भक्त्या चण्डिके दुरितापहे
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि
महाकाली,महालक्ष्मी एवं महासरस्वती की आराधना पूजन जप व् मंत्रों की सिद्धि के लिए नवरात्रि का समय विशेष रहता है। नवरात्रि में माता की आराधना के साथ ही कई देवता-देवी के मंत्रों की सिद्धियां की जाती है एवं स्वयं की रक्षा के लिए भी सिद्धि की जाती है। आइए जानें कैसे करें मंत्र सिद्धि...
लाभ-प्राप्ति का मंत्र
ॐ नमो सिद्धिविनायकाय सर्वकारकत्रै सर्वविघ्न
प्रशमनाय सर्वराज्य वश्यकारणाय सर्वजन सर्वस्त्री-पुरुषाकर्षणाय श्रीं ॐ स्वाहा
किसी भी कार्य में,व्यापार में लाभ व् भूमि में लाभ के लिए उपरोक्त मंत्र का जाप नवरात्रि में प्रात: काल एक माला करने से सिद्ध हो जाएगा। फिर अपने प्रतिष्ठान में रोज एक माला करें अच्छा लाभ मिलेगा।
ऋद्धि-सिद्धि प्राप्ति का मंत्र
ॐ ह्रीं णमो अरिहंताणं मम ऋषि
वृद्धि समीहितं कुरु कुरु स्वाहा
शुद्ध होकर स्वच्छ वस्त्र धारण कर नवरात्रि में उपरोक्त मंत्र प्रतिदिन प्रात: व शाम को एक माला करने से सर्वप्रकार की ऋद्धि-सिद्धि प्राप्त होती है |
चक्रेश्वरी देवी का मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं चक्रेश्वरी चक्रवारुणी,
चक्रधारिणी चक्रवेगेन मम उपद्रवं
हन हन शांति कुरु कुरु स्वाहा |
नवरात्रि में चक्रेश्वरी देवी का ध्यान कर उपरोक्त मंत्र की प्रतिदिन 10 माला करें। नवरात्रि बाद एक माला रोज करें अत्यंत लाभ मिलेगा व् प्रत्येक उपद्रव शांत होंगे।
लक्ष्मी-प्राप्ति के लिए मंत्र
ॐ शुक्ला महाशुक्ले निवासे श्री महालक्ष्मी नमो नम:
नवरात्रि में माँ लक्ष्मी का ध्यान करके प्रतिदिन 10 माला करें व बाद में 1 माला रोज करें घर में लक्ष्मी बनी रहेगी।