Weather Prediction : फिर लौटी कड़ाके की ठंड, शीतलहर का कहर, बारिश-बर्फबारी की चेतावनी
नई दिल्ली। कड़ाके की ठंड ने एक बार फिर वापसी लौट आई है। दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत पूरा उत्तर भारत ठंड और शीतलहर की चपेट में है। पहाड़ों में जारी बर्फबारी से मैदानी इलाकों में कड़ाके ठंड पड़ रही है। 21 और 22 जनवरी को कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अभी भी बना हुआ है। इस सिस्टम से मध्य प्रदेश होते हुए महाराष्ट्र तक एक ट्रफ सक्रिय है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी मध्य प्रदेश और इससे सटे छत्तीसगढ़ के भागों पर दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य चक्रवाती सिस्टम पश्चिमी असम पर बना हुआ है। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बूंदाबांदी होने के आसार बने हुए हैं।
राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह घना कोहरा छाया रहा और न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कश्मीर में दिन के मौसम में सुधार आया है लेकिन बर्फीली हवाओं से कोई राहत नहीं मिली है। शीतलहर से जनजीवन प्रभावित है। यहां सभी जगहों पर रात का तापमान शून्य से नीचे चल रहा है।
उत्तर भारत के कई राज्यों में कोहरा होने का असर ट्रेनों पर पड़ रहा है। उत्तर भारत की ओर जाने वाली करीब 20 ट्रेनें विलंब से चल रही हैं।
राजस्थान के पश्चिमी हिस्से विशेषकर गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरु और सीकर में अब भी अच्छी खासी सर्दी पड़ रही है, हालांकि बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान बढ़ा है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शनिवार को ताजा बर्फबारी हुई। राज्य के मनाली, कुफरी और डलहौजी में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु के पास पहुंचने से पर्यटकों को कंपकंपाती ठंड का सामना करना पड़ रहा है। बर्फबारी होने से सड़कों पर वाहनों से फंसने से जाम लग गया है।
पहाड़ी राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश भी दर्ज की गई। 20 से 23 जनवरी के बीच राज्य के ऊंची और मध्यम पहाड़ी वाले क्षेत्रों तथा मैदानी और छोटी पहाड़ियों वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया गया है।
जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में मौसम साफ होने पर तापमान में सुधार आया है। कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में शीतलहर जारी है। यहां सभी जगहों पर रात का तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। जम्मू कश्मीर के पास बना पश्चिमी विक्षोभ अब कमजोर हो गया है।