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Weather Update: गुजरात से बिहार तक बारिश ने बढ़ाई परेशानी, जुलाई में कैसा रहेगा मानसून...

Weather Update: गुजरात से बिहार तक बारिश ने बढ़ाई परेशानी, जुलाई में कैसा रहेगा मानसून... - Traffic disrupted due to incessant rains in Mumbai
Weather Update: गुजरात से बिहार तक बारिश ने परेशानी बढ़ा दी है। IMD ने जुलाई माह में सामान्य मानसून की संभावना जताई है। मुंबई महानगर (Mumbai Metropolitan) और उसके उपनगरों में मध्यम से भारी बारिश जारी रहने के कारण शुक्रवार सुबह जगह-जगह जलजमाव होने से सड़क यातायात प्रभावित हुआ और स्थानीय ट्रेन सेवाएं (train services) कुछ हद तक धीमी हो गईं। हालांकि शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली झीलों का जलस्तर लगातार बारिश के कारण बढ़ गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
उन्होंने कहा कि व्यस्त अंधेरी 'सबवे' को जलजमाव के कारण दिन में 2 बार यातायात के लिए बंद करना पड़ा। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने मुंबई में 25 जून को दस्तक दी है, तब से शहर में नियमित रूप से बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चलता है कि इस महीने मुंबई में 95 प्रतिशत से अधिक बारिश 24 से 29 जून के बीच दर्ज की गई।
 
शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली 7 झीलों का जलस्तर भी लगातार बारिश के कारण बढ़ गया है। अधिकारियों के अनुसार 28 जून को इन जलाशयों का कुल जल भंडार 7.26 प्रतिशत था, जो बढ़कर 10.88 प्रतिशत हो गया है। नगर निकाय ने इससे पहले घोषणा की थी कि घटते भंडार के कारण वह शनिवार से 10 प्रतिशत पानी की कटौती करेगा। एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटों में मुंबई इसके पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 31 मिमी, 45 मिमी और 61 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई।
 
उन्होंने कहा कि शहर में शुक्रवार तड़के से मध्यम से भारी बारिश हो रही है और उपनगरों में बारिश की तीव्रता अधिक है जिसके परिणामस्वरूप कुछ स्थानों पर जलजमाव की समस्या हो गई है। पश्चिम रेलवे के अंधेरी और जोगेश्वरी स्टेशन के बीच स्थित अंधेरी सबवे को जलजमाव के कारण 2 बार यातायात के लिए बंद करना पड़ा। पुलिस ने सबसे पहले सुबह करीब 10.45 बजे सबवे को यातायात के लिए बंद कर दिया और जमा पानी कम होने के बाद करीब 11.45 बजे उसे खोल दिया गया।
 
अधिकारियों ने बताया कि दोपहर करीब 3.40 बजे इसे फिर से यातायात के लिए बंद कर दिया गया। मुंबई यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, जलजमाव के कारण अंधेरी सबवे बंद है जबकि यातायात को विले पार्ले ब्रिज और कैप्टन गौर मार्ग, एसवी रोड की ओर मोड़ दिया गया है। जलजमाव के कारण उपनगरों के कुछ हिस्सों में भी यातायात धीमा हो गया।
 
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे की उपनगरीय ट्रेन सेवाएं सामान्य हैं। हालांकि पनवेल और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के बीच सेवाएं संचालित करने वाली हार्बर लाइन सहित कुछ मार्गों पर यात्रियों ने सुबह के समय ट्रेन संचालन में देरी की शिकायत की। कार्यालय जाने वाले कुछ लोगों ने कहा कि मध्य रेलवे की मुख्य लाइन पर ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कुछ मिनट की देरी से चल रही हैं।
 
'बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट' (बेस्ट) के एक प्रवक्ता ने कहा कि बारिश के कारण इसकी किसी भी बस के मार्ग में परिवर्तन नहीं किया गया। आईएमडी ने सुबह 7.30 बजे जारी चेतावनी में कहा कि मुंबई और इसके पड़ोसी ठाणे और पालघर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश का अनुमान लगाया है।
 
स्थानीय निकाय के एक अधिकारी ने कहा कि अगले 24 घंटे के लिए आईएमडी मुंबई ने शहर और उसके उपनगरों में मध्यम बारिश का अनुमान जताया है और अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा कि महानगर को पानी की आपूर्ति करने वाले 7 जलाशयों में उपयोगी जल भंडार बढ़कर 10.88 प्रतिशत हो गया है, जो 2022 में इस दिन 10.51 प्रतिशत और 2021 में 17.81 प्रतिशत था।
 
मुंबई, ठाणे और नासिक जिलों में स्थित 7 जलाशयों- भाटसा, ऊपरी वैतरण, मध्य वैतरण, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से मुंबई को प्रतिदिन 3,800 एमएलडी पानी मिलता है। बीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अनुसार सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे के दौरान मुंबई में पेड़ या उसकी शाखाएं गिरने की 40 घटनाएं हुई जबकि शॉर्ट सर्किट की 13 घटनाएं हुईं।
 
मकानों के कुछ हिस्सों के ढह जाने की 7 घटनाओं की खबर है। कांदिवली पूर्व में पिछली रात एक बाथरूम की छत गिर गई जिससे 35 वर्षीय 1 व्यक्ति की मौत हो गई। इसी प्रकार झुग्गी-बहुल गणपत पाटिल नगर में लकड़ी की छत गिरने से डेढ़ साल के एक बच्चे की मौत हो गई।
 
दिल्ली में बारिश के कारण कई जगह जलजमाव और पेड़ गिरने की घटनाएं : मानसून की बारिश ने शुक्रवार को दिल्ली को तरबतर कर दिया जिसके चलते राजधानी में जगह जगह पानी भर गया और कई हिस्सों से पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आईं। इससे लोगों को भारी असुविधा हुई। राजधानी के आनंद निकेतन, हौज खास और ओखला समेत कई हिस्सों से पेड़ गिरने के समाचार मिले।
 
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है, वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अनुसार नजफगढ़, रणहोला और करावल नगर सहित दिल्ली में 5 स्थानों पर जलभराव की सूचना मिली। दिल्ली की यातायात पुलिस ने भी यात्रियों को सावधान करने के लिए कुछ इलाकों में जलभराव के बारे में ट्वीट किया।
 
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को आर्द्रता 100 से 74 प्रतिशत के बीच रही। मौसम विभाग कार्यालय ने दिल्ली में शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान जताया है जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 और 22 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि राजधानी में शनिवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बहुत हल्की बारिश होने की संभावना है।
 
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान अनुसंधान प्रणाली (सफर) के आंकड़ों के मुताबिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 61 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक श्रेणी में आता है। गौरतलब है कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
 
Heavy rains in Gurugram
गुजरात में मूसलधार बारिश से 2 दिन में 9 लोगों की मौत : अहमदाबाद से मिले समाचार के अनुसार गुजरात में पिछले 30 घंटों से हो रही मूसलधार बारिश आफत बनी हुई है और वर्षाजनित घटनाओं में पिछले 2 दिन में राज्य में 9 लोगों की मौत हुई है। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में पिछले 30 घंटों में 200 मिमी से ज्यादा वर्षा हुई है।
 
अधिकारी ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि विभिन्न जिलों में शनिवार को मूसलधार बारिश हो सकती है और रविवार तथा सोमवार को भी भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जूनागढ़, जामनगर, मोरबी, कच्छ, सूरत और तापी जिलों में मूसलधार बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
 
अधिकारी ने बताया कि कई शहरों और कस्बों में सड़कों पर जलभराव की स्थिति है, शुक्रवार की सुबह हुई मूसलधार बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों की सड़कें बंद हो गई हैं। राज्य आपात ऑपरेशन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक पिछले 30 घंटों में राज्य के 37 तालुका में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है।
 
आंकड़ों के अनुसार तापी जिले के व्यारा तालुक में शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक पिछले 30 घंटों में 299 मिमी बारिश हुई है। आंकड़ों के अनुसार व्यारा के बाद 298 मिमी बारिश के साथ जूनागढ़ दूसरे नंबर पर रहा, वहीं तापी के वालोद तालुका में 288 मिमी, सूरत के महुवा में 256, जामनगर शहर में 236, सूरत के बारदोली में 223 और तापी के डोलवान में 206 मिमी बारिश हुई है।
 
एसईओसी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार सुबह 6 से दोपहर 12 बजे के बीच 15 तालुकों में 40 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है जबकि जामनगर जिले के जामनगर तालुका में 177 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी पूर्वानुमान के अनुसार गांधीनगर, खेड़ा, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरुच, सूरत, नवसारी और वलसाड जिलों में शनिवार को मूसलधार बारिश होने की संभावना है जबकि रविवार और सोमवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
 
एसईओसी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में पिछले 2 दिन में वर्षाजनित घटनाओं में 9 लोगों की मौत हुई है। विज्ञप्ति के अनुसार गुरुवार को दीवार गिरने की घटनाओं में पंचमहल जिले में 4 बच्चों और आणंद जिले में 2 बच्चों की मौत हो गई। विज्ञप्ति के अनुसार इसके अलावा गुरुवार को जामनगर और अरवाल्ली जिलों में डूबने से 2 लोगों की मौत हो गई जबकि शुक्रवार को अमरेली जिले के लाठी तालुका में एक महिला बाढ़ के पानी में डूब गई।
 
बिहार में भारी बारिश के बाद निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात : पटना से मिले समाचार के अनुसार बिहार में लगातार भारी बारिश और जलजमाव के कारण शुक्रवार को कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी देते बताया कि भारी बारिश के कारण अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, जमुई, कटिहार और बांका जिलों में कई जगहों पर जलजमाव हो गया।
 
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार सुबह 8.30 बजे समाप्त पिछले 24 घंटों में राजधानी पटना में 53.45 मिमी बारिश हुई जबकि रानीगंज में 90.8 मिमी, पूर्णिया में 77.5 मिमी, मधेपुरा में 75 मिमी, सहरसा में 68.8 मिमी, जमुई में 67.3 मिमी, पूर्णिया में 67 मिमी, कटिहार में 64.5 मिमी और बांका में 56 मिमी बारिश दर्ज की गई।
 
मौसम कार्यालय ने अरवल, भोजपुर, बक्सर, गया, जमुई, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पटना, रोहतास, सारण और वैशाली जैसे जिलों में हल्की से तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इस बीच पटना नगर निगम (पीएमसी) ने दावा किया कि पिछले 2 दिनों में भारी बारिश के बावजूद कम समय में बारिश का पानी निकाल दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के अन्य निचले इलाकों से पानी निकालने के प्रयास जारी हैं।
 
'गर्म' जुलाई में सामान्य मानसून के आसार : पूर्वी उत्तरप्रदेश और दक्षिण बिहार को छोड़कर देशभर में जुलाई महीने के दौरान मानसून के सामान्य रहने के आसार हैं, लेकिन इस पूरे महीने में तापमान के औसत से अधिक रहने की संभावना है। यह अनुमान भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को व्यक्त किया।
 
यहां एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि जुलाई में बारिश जून में दर्ज की गई वर्षा की कमी को दूर करने में मदद करेगी। जून में कम से कम 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम बारिश हुई और बिहार तथा केरल में सामान्य से क्रमश: 69 प्रतिशत और 60 प्रतिशत की भारी कमी दर्ज की गई।
 
उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, झारखंड, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना जैसे बड़े राज्यों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन के पहले महीने जून में सामान्य से कम बारिश हुई। महापात्रा ने कहा कि जुलाई 2023 के दौरान पूरे देश में औसत मासिक वर्षा सामान्य (एलपीए का 94 से 106 प्रतिशत) रहने की संभावना है। देशभर में जुलाई के दौरान वर्षा का दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) वर्ष 1971-2020 के आंकड़े पर आधारित है, जो करीब 280.4 मिमी है।
 
भूमध्य रेखीय प्रशांत महासागर के गर्म होने की अवधारणा (इसे अल-नीनो दशा कहा जाता है) के जुलाई में विकसित होने की संभावना है। अल-नीनो का संबंध बारिश में कमी से जोड़ा जाता है। महापात्रा ने कहा कि हाल के अधिकांश अल-नीनो वर्षों में जून के दौरान बारिश सामान्य से कम रही है।
 
उन्होंने कहा कि जून में बारिश के सामान्य से कम रहने के 25 में से 16 सालों में, जुलाई में सामान्य बारिश दर्ज की गई। देशभर के 377 मौसम केंद्रों पर जून में भारी बारिश (115.6 मिमी से 204.5 मिमी) दर्ज की गई जबकि 62 स्टेशनों पर अति भारी बारिश (204.5 मिमी से अधिक) दर्ज की गई। मौसम कार्यालय ने कहा कि जुलाई के दौरान पूर्वोत्तर और प्रायद्वीपीय भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज शनिवार को पूर्वी उत्तरप्रदेश, गुजरात, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है। बिहार, उपहिमालई पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश संभव है।
 
तमिलनाडु, केरल, झारखंड, उत्तर-पूर्व भारत, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्यप्रदेश और दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। मध्य और पश्चिमी राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, तटीय आंध्रप्रदेश, आंतरिक तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों और तेलंगाना और कच्छ में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta