जयपुर। कांग्रेस पार्टी ने बागी हुए सचिन पायलट को स्पष्ट संकेत देते हुए बुधवार को कहा कि अगर वे भाजपा में नहीं जाना चाहते तो हरियाणा में भाजपा सरकार का आतिथ्य त्याग दें और वापस अपने घर जयपुर लौट आएं।
इसके साथ ही कांग्रेस की ओर से पायलट को याद दिलाया गया है कि नेता के रूप में उन्हें जितना प्रोत्साहन पार्टी ने दिया वैसा कांग्रेस या भाजपा में शायद ही किसी नेता को मिला हो।
राज्य की अशोक गहलोत सरकार से बगावत कर पायलट तथा कुछ विधायक हरियाणा में मानेसर के दो होटलों में रुके हैं। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद पायलट ने बुधवार को कहा कि वे भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हमने मीडिया में हमारे युवा साथी सचिन पायलट का बयान देखा है कि वे भाजपा में नहीं जाना चाहते या नहीं जाएंगे। हम हमारे युवा साथी सचिन पायलट और कांग्रेस विधायकों से कहेंगे कि अगर आप भाजपा में नहीं जाना चाहते तो फिर भाजपा की हरियाणा सरकार का आतिथ्य फौरन अस्वीकार कीजिए।
उन्होंने कहा कि अगर आप भाजपा में नहीं जाना चाहते तो मनोहरलाल खट्टर की भाजपा सरकार के सुरक्षा चक्र को तोड़कर उनके चंगुल से बाहर से आइए।
उन्होंने पायलट और अन्य (बागी) विधायकों से कहा कि भाजपा के किसी भी नेता से वार्तालाप और चर्चा बंद कर दीजिए। परिवार के सदस्य की तरह अपने घर वापस जयपुर लौट आए। रास्ते से भटके हुए हर कांग्रेस विधायक को मेरी राय है कि परिवार के सदस्य को कभी परिवार में वापस आने से गुरेज नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही सुरजेवाला ने इन लोगों से कहा कि वे मीडिया के जरिए वार्तालाप बंद करें।
सुरजेवाला ने कहा कि अपने परिवार में वापस आइए, परिवार में बैठिए ओर परिवार में अपनी बात रखिए। यही पार्टी के प्रति, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रति सच्ची निष्ठा होगी और आपके विश्वास तथा प्रतिबद्धता का सबसे बड़ा सबूत होगा।
उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक संकट में बीते चार-पांच दिन में पार्टी ने पायलट और अन्य विधायकों को कई बार मौका दिया। उन्होंने कहा कि हमने पायलट और अन्य विधायकों से बार-बार यह आग्रह किया कि आप वापस आइए और अपनी बात पार्टी के मंच पर रखिए और अगर कोई समस्या है तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व पूरे उदार हृदय और खुले मन से आपकी बात सुनने तथा उसका हल निकालने के लिए तैयार है।
सुरजेवाला ने कहा कि हमने पायलट और अन्य बागी विधायकों को कई बार विधायक दल की बैठक में आने का निमंत्रण दिया और यह कहा कि अगर आपको यह लगता है कि कांग्रेस विधायक दल का बहुमत आपके पास है तो आइए और कांग्रेस विधायक दल में अपना बहुमत साबित कीजिए और जो अपना अधिकार है वह ले लीजिए।
उन्होंने कहा कि लेकिन न तो ये लोग विधायक दल की दोनों बैठकों में आए और न ही भाजपा सरकार की मेजबानी से निकलकर सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस में अपनी निष्ठा जताई। उन्होंने कहा कि इसके चलते पार्टी को मंगलवार को भारी मन से इनके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी।
पार्टी ने कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने के आरोप में पायलट और दो और मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह तथा रमेश मीणा को मंगलवार को उनके पदों से बर्खास्त कर दिया था। पायलट को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने पायलट को बहुत युवा उम्र में ही अनेक पदों पर नियुक्त कर आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस या भाजपा में शायद ही ऐसा कोई राजनेता होगा जिसे उसके दल ने इतना प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाया हो। (भाषा)