सब्जार की मौत के बाद जल उठा कश्मीर
श्रीनगर। बुरहान वानी के साथी और हिज्बुल मुजाहिदीन के इनामी कमांडर सब्जार अहमद भट की मौत के बाद कश्मीर फिर से धधक उठा है। यह कब तक धधकता रहेगा कोई नहीं जानता। पिछले साल जुलाई महीने में बुरहान वानी की मौत हुई थी और उसकी मौत के बाद कश्मीर में जो आग लगी थी, वह आज तक नहीं बुझ पाई है।
हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के साथी सब्जार की मौत के बाद कश्मीर में फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। घाटी के कई हिस्सों में पथराव शुरू हो गया है। पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों के साथ ही पर्यटकों को भी निशाना बनाया है। कश्मीर के डाउन-टाउन से लेकर गदरबल तक हर जगह पथराव की घटनाएं सामने आ रही हैं।
जानकारी के अनुसार, स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने के लिए गए छात्र ही पथराव कर रहे हैं। डाउन टाउन, हाजिन, पट्टन, शोपियां, गंदरबल, श्रीनगर और अनंतनाग में कई जगहों से पथराव की घटनाओं की खबर है। गंदरबल में पत्थरबाजों ने पर्यटकों की एक गाड़ी पर भी हमला किया। उन्होंने गाड़ी को पलट दिया और उस पर पत्थर बरसाए। मौके पर पहुंची पुलिस और सुरक्षाबलों ने आंसूगैस के गोले छोड़कर प्रदर्शनकारियों को भगाया और पर्यटकों को वहां से सुरक्षित निकाला।
हिज्बुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर सब्जार अहमद की एनकाउंटर में मौत के बाद घाटी में फिर हिंसा भड़क उठी है। हिंसक प्रदर्शनों के बाद कश्मीर में शनिवार को सब कुछ खुद-ब-खुद बंद हो गया। सुरक्षाबलों के साथ संघर्ष के दौरान अनंतनाग में एक व्यक्ति घायल भी हुआ है। इस बीच प्रदेश सरकार ने एक बार फिर घाटी में इंटरनेट सेवाओं को सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि आज ही सोशल मीडिया और मोबाइल एप्स पर कश्मीर में लगे बैन को हटाया गया था।
पुलवामा जिले के त्राल इलाके में बुरहान वानी के उत्तराधिकारी सबजार और एक अन्य आतंकवादी के सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में ढेर होने के तुरंत बाद त्राल और दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग के खानाबल समेत करीब 100 जगहों पर पथराव की घटनाएं शुरू हो गईं। यह जानकारी पुलिस की ओर से दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों के साथ संघर्ष में जिले के मट्टन इलाके में एक व्यक्ति घायल हो गया। पूरी घाटी में हालात तनावपूर्ण हैं। घबराए हुए लोग अपने घरों के लिए निकल पड़े जिससे कुछ रास्तों पर ट्रैफिक जाम हो गया। स्कूलों को तीन घंटे पहले ही बंद कर दिया गया।
सब्जार अहमद भट्ट आतंकवादी बुरहान का साथी था। बुरहान के तकरीबन सभी साथी विभिन्न मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं। पिछले वर्ष 2016 में मुठभेड़ के दौरान बुरहान वानी भी मारा गया था और तब से कश्मीर घाटी में तनाव है। सबजार हिज्बुल की कमान संभाल रहा था। सुबह त्राल मुठभेड़ में उसके दो साथियों सहित सुरक्षाबलों ने उसे भी मार गिराया।