NIA ने केरल में IS मॉड्यूल का किया भंडाफोड़, धार्मिक स्थलों और नेताओं पर हमले की थी साजिश  
					
					
                                       
                  
				  				 
								 
				  
                  				  नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने गुरुवार को केरल में इस्लामिक स्टेट (IS) के एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया। धार्मिक स्थलों और नेताओं पर बड़े हमले की साजिश का भी खुलासा हुआ है। त्रिशूर में 3 स्थानों और केरल के पलक्कड़ जिले में एक स्थान पर छापे मारे गए। जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि मॉड्यूल के एक सदस्य को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया है, जबकि केरल में संदिग्ध आरोपी के चार स्थानों पर छापेमारी की गई है।
				  																	
									  
	 
	एजेंसी ने प्रतिबंधित वैश्विक आतंकी समूह आईएस के मॉड्यूल के भंडाफोड़ को बड़ी सफलता करार देते हुए कहा कि विश्वसनीय जानकारी और जांच के आधार पर, एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद केरल पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) के साथ चार स्थानों पर छापेमारी की गयी।
				  
	 
	प्रवक्ता ने कहा कि आईएस मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए त्रिशूर में तीन स्थानों और केरल के पलक्कड़ जिले में एक स्थान पर छापे मारे गए।
				  						
						
																							
									  
	 
	मंगलवार को एनआईए ने एक आरोपी आसिफ उर्फ मैथिल अकाथ कोदायिल अशरफ को तमिलनाडु के सत्यमंगलम के पास उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया।
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	 
	प्रवक्ता ने कहा कि अगले दिन (19 जुलाई), आसिफ के साथ-साथ तीन अन्य लोगों के घरों पर छापेमारी की गयी, जिनकी पहचान सैयद नबील अहमद, त्रिशूर के शियास टीएस और पलक्कड़ के रईस के रूप में हुई है। इन छापों के दौरान डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए।
				  																	
									  
	 
	लूटपाट से धन जुटाया : उन्होंने कहा कि मॉड्यूल आईएस की गतिविधियों को बढ़ावा देने और लूटपाट तथा अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर आतंकवादी हमलों के लिए धन जुटाने में लगा हुआ था।
				  																	
									  
	 
	कर चुके थे रैकी : प्रवक्ता ने कहा कि वे आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे और पहले से ही राज्य (केरल) में कुछ समुदायों के धर्म स्थलों और विशेष समुदाय के नेताओं सहित कुछ प्रमुख स्थानों की रेकी कर चुके थे।
				  																	
									  
	 
	प्रवक्ता ने बताया कि इस मॉड्यूल का उद्देश्य राज्य में आतंक फैलाना और सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना था। अधिकारी ने कहा कि संबंधित मामला 11 जुलाई को भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया था और जांच जारी है। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma