अहमदाबाद/भोपाल। मौसम विभाग ने गुजरात में आगामी 27 और 28 अगस्त को भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। दूसरी ओर मध्यप्रदेश के 10 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से भी कम वर्षा हुई है।
मौसम विज्ञान विभाग के स्थानीय केंद्र की ओर से शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 27 अगस्त को दक्षिण गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, डांग और समीपवर्ती केंद्र शासित प्रदेश दमन तथा दादरा एवं नगर हवेली में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
अगले दिन यानी 28 अगस्त को इन चार जिलों और केंद्र शासित प्रदेश के अलावा तापी, नर्मदा, छोटा उदेपुर तथा दाहोद में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा तथा सौराष्ट्र के भावनगर और बोटाद के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
समझा जाता है कि यह वर्षा बंगाल की खाड़ी के ऊपर 26 अगस्त से बनने वाले एक चक्रवाती प्रणाली के प्रभाव से होगी। फिलहाल भी दक्षिण पश्चिम राजस्थान और सीमावर्ती गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती प्रणाली है पर यह उतनी मजबूत नहीं है। शुक्रवार शाम छह बजे तक राज्य के 70 से अधिक तालुका में हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। गुजरात में अब तक सालाना मानसूनी वर्षा का 68 प्रतिशत से अधिक दर्ज किया जा चुका है।
मध्यप्रदेश के 10 जिलों में पानी कम : मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान एक जून से 24 अगस्त तक कुल 51 जिलों में से 5 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इसके अलावा 36 जिलों में सामान्य वर्षा दर्ज हुई है। कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 10 है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सर्वाधिक वर्षा 914.5 मिलीमीटर उमरिया जिले में और सबसे कम 456 मिलीमीटर अलीराजपुर जिले में दर्ज की गई है। सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिलों में नीमच, भिंड, खंडवा, बुरहानपुर और दतिया शामिल हैं।
सामान्य वर्षा वाले जिलों के नाम बड़वानी, रतलाम, मंदसौर, उमरिया, झाबुआ, सिंगरौली, खरगोन, मुरैना, सीधी, इंदौर, रायसेन, उज्जैन, सीहोर, शिवपुरी, टीकमगढ़, आगर-मालवा, जबलपुर, शाजापुर, भोपाल, गुना, कटनी, विदिशा, श्योपुरकलां, धार, दमोह, हरदा, होशंगाबाद, मंडला, नरसिंहपुर, राजगढ़, ग्वालियर, अशोकनगर, शहडोल, देवास, सिवनी और रीवा हैं। कम वर्षा वाले जिलों में छिंदवाड़ा, अलीराजपुर, सागर, पन्ना, डिंडोरी, छतरपुर, अनूपपुर, सतना, बैतूल और बालाघाट हैं।