CM पद से इस्तीफा देते ही हेमंत सोरेन को ED ने किया गिरफ्तार, जानिए क्या है जमीन घोटाला
8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार
Jharkhand Chief Minister Hemant Soren arrested by Enforcement Directorate : झारखंड की सियासत में बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है। जमीन घोटाले मामले में ईडी ने 8 घंटे की गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। ईडी कल सोरेन को कोर्ट में पेश कर सकती है। हेमंत सोरेन की यह गिरफ्तारी जमीन घोटाले मामले में हुई है। इससे पहले हेमंत ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया था। हेमंत की जगह चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया।
चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने 43 विधायकों का समर्थन पत्र उन्हें सौंपा था. इससे पहले हेमंत सोरेन मंगलवार को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे थे।
राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को बुधवार रात इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अब चंपई सोरेन सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इसको लेकर सत्ता पक्ष के विधायक राजभवन के बाहर डटे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुना है और वही अगले मुख्यमंत्री होंगे।
हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ : ईडी के अधिकारी सीएम हेमंत सोरेन से पिछले कई घंटों से पूछताछ रहे थे। हेमंत सोरेन से कथित जमीन घोटाले के जिस मामले में ईडी पूछताछ करना चाह रही है, वह सेना के 4.55 एकड़ मालिकाना हक वाली जमीन की खरीद बिक्री से जुड़ी है। यह जमीन रांची के बड़गाई इलाके में है।
7 समन किए गए थे जारी : ईडी इस मामले में 20 जनवरी को मुख्यमंत्री से पूछताछ कर चुका है। मुख्यमंत्री से रांची में करीब सात घंटे तक जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी। यह पूछताछ भी मुख्यमंत्री को जारी कई समन के बाद हुई थी। 20 जनवरी से पहले ईडी ने सोरेन को 7 समन जारी किए थे लेकिन वे जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। आठवें समन के बाद उन्होंने अपना बयान रिकॉर्ड कराया। सोरेन को पहला समन 14 अगस्त 2023 को जारी हुआ था।
14 गिरफ्तारी, 22 ठिकानों पर छापे : इस मामले में एजेंसी ने अब तक 14 लोगों की गिरफ़्तारी की है। इसमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं। पिछले साल 13 अप्रैल को ईडी ने झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें झारखंड कैडर के आईएएस छवि रंजन से संबंधित ठिकाने भी शामिल थे। रंजन पहले रांची के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं। ईडी यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत की थी।