यहां के गीर गधेढ़ा गांव में भारी बारिश की वजह से तबाही मच गई। यहां सोमवार रात एक ही दिन में 20 इंच पानी गिर गया। यहां सड़के नदियां बन गई और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी।
इस बीच सौराष्ट्र के जूनागढ़ और जामनगर में भी मात्र चार घंटे में 10 इंच पानी गिरने से यहां के हालात भी खराब हो गए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत कई स्वयंसेवक बाढ़ की वजह से गीर में फंसे हुए हैं। यह सभी सोमनाथ मंदिर के पास माहेश्वरी भवन में सुरक्षित हैं।
बाढ़ प्रभावित गीर सोमनाथ जा रहे मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का हेलीकॉप्टर भी खराब मौसम की वजह से यहां लैंड नहीं कर सका। उसे राजकोट जिले में जेतपुर में उतारा गया। वहां से मुख्यमंत्री ने गिर सोमनाथ जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए सड़क मार्ग से यात्रा की।
रूपाणी ने गिर सोमनाथ जिले के वेरावल कस्बे में कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी गुजरात यात्रा टाल दी है ताकि वलसाड और जूनागढ़ जिलों में राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित न हों। दोनों जिले भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।