नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी पर चौतरफा हमला करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि लोगों ने 12वीं कक्षा पास व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनाया है, लेकिन उन्हें 2019 में अपनी गलती को दोहराना नहीं चाहिए।
आम आदमी पार्टी के संयोजक ने मोदी पर राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार में शामिल होने का भी आरोप लगाया। केजरीवाल ने मोदी की शैक्षिक योग्यता पर उठे सवालों के संदर्भ में कहा कि पिछली बार आपने 12वीं पास व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनाया। इस बार यह गलती मत दोहराइएगा और किसी शिक्षित को ढूंढिए क्योंकि 12वीं कक्षा पास व्यक्ति को यह समझ नहीं होती कि वह अपने हस्ताक्षर कहां कर रहा है।
ममता बनर्जी, शरद पवार, चंद्रबाबू नायडू समेत विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में ‘तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ’ रैली में केजरीवाल ने कहा कि उनकी प्रदर्शन रैली मोदी सरकार को उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने कहा कि यह धरना उसी तरह से मोदी सरकार को उखाड़ फेंकेगा जैसे 14 अप्रैल 2011 को जंतर-मंतर पर ऐतिहासिक भ्रष्टाचार रोधी आंदोलन के बाद देश से तत्कालीन (कांग्रेस नीत संप्रग) सरकार को हटाया था।
मोदी सरकार पर ज्यादा कीमत पर राफेल विमान खरीदने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि कीमत में इजाफे के लिए प्रधानमंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। रक्षा मंत्रालय की फाइल के कथित कागज को लहराते हुए केजरीवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने खुद राफेल की कंपनी से बात की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राफेल सौदे से जुड़ा सच अगर बाहर आता है तो प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा। उन्होंने इल्जाम लगाया, देश के प्रधानमंत्री के लिए क्या यह उचित है कि वह एक कंपनी से विमान की कीमत के लिए बातचीत करें। इसने अब साबित कर दिया है कि मोदी राफेल सौदे में हुए भ्रष्टाचार में शामिल हैं।
कोलकाता पुलिस आयुक्त से पूछताछ की सीबीआई की कोशिश के मुद्दे पर जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी निपटीं उसकी केजरीवाल ने तारीफ की और कहा कि यह पश्चिम बंगाल की निर्वाचित सरकार पर मोदी का हमला था।
उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल में एक निर्वाचित सरकार है। यह मोदी की बपौती नहीं है। अगर आयुक्त को गिरफ्तार कर लिया जाता तो पूरे देश में संदेश जाता कि सबको मोदी सरकार से डरने की जरूरत है न कि राज्य सरकार से।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह अंबेडकर के संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं जो देश को संघीय ढांचा प्रदान करता है। उन्होंने मोदी सरकार पर अर्द्धसैनिक बलों की मदद से दिल्ली सरकार से भ्रष्टाचाररोधी शाखा (एसीबी) को छीनने का आरोप लगाया, जिसने देश के कई हाईप्रोफाइल लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे।
उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री को बताना चाहता हूं कि दिल्ली देश की राजधानी है और वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नहीं हैं। दिल्ली और कांग्रेस पर हमला करने का सपना सिर्फ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री देखते हैं। केजरीवाल ने कहा, अगर पाकिस्तान का प्रधानमंत्री एसीबी की इमारत पर कब्जा करता तो हम उन्हें दिखाते कि हमारे शरीर में गर्म खून दौड़ रहा है, लेकिन भारत का प्रधानमंत्री होने के नाते हम आपका सम्मान करते हैं।
उन्होंने मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह पर बीते पांच साल में देश की सद्भावना को बिगाड़ने का भी आरोप लगाया। वहीं इस रैली में भाजपा के असंतुष्ट सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी राजगनीत सरकार पर जमकर हमला बोला और राफेल सौदे पर मोदी की चुप्पी पर सवाल किया। उन्होंने कहा कि वे देश को क्यों जवाब नहीं दे सकते हैं, क्या उनका 56 इंच का सीना सिकुड़कर छह इंच का हो जाएगा?