धराली में जिंदगी बचाने की जंग, हर्षिल कैंप में तबाही के बाद भी सेना ने दिखाया जज्बा
उत्तराखंड सरकार द्वारा यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) तथा सेना सहित अन्य राहत एजेंसियों ने मिलकर घटनास्थल से 130 से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि धराली के खीरगढ़ में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद, 14वीं RAJRIF के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन, 150 कर्मियों के साथ महत्वपूर्ण बचाव और राहत कार्यों में व्यक्तिगत रूप से नेतृत्व कर रहे हैं। संपर्क टूटने, यूनिट के यूनिट बेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने और 11 कर्मियों के लापता होने की आशंका के बावजूद, टीम अटूट दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है।
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उन्होंंने कहा कि मूसलाधार बारिश और टूटे हुए संपर्क मार्गों ने भी प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के उनके संकल्प को कम नहीं किया है। विपरीत परिस्थितियों में उनका धैर्य भारतीय सेना की सच्ची भावना को दर्शाता है, जो दृढ़, निस्वार्थ और राष्ट्र की सेवा के लिए सदैव तत्पर है। इस बीच, बचाव कार्यों में अतिरिक्त टुकड़ियां भेजी जा रही हैं।
उत्तरकाशी-हर्षिल मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन के बाद अवरुद्ध सड़कों को जेसीबी की मदद से साफ किया जा रहा है।
edited by : Nrapendra Gupta