सिंधिया के व्यवहार से नाराज कांग्रेस की महिला नेता ने खोला मोर्चा
भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मीडिया पैनलिस्ट और पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई की पूर्व प्रवक्ता नूरी खान ने लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के व्यवहार से 'आहत' होकर अपनी पीड़ा सार्वजनिक तौर पर जाहिर की है।
जुलाई महीने की 28 तारीख को सिंधिया ने अपने उज्जैन दौरे के दौरान हुई पत्रकार वार्ता में मंच पर आकर बैठीं उज्जैन निवासी श्रीमती खान को समूचे मीडिया के सामने मंच पर से उतर जाने को कहा था। सिंधिया के आदेश पर खान अपनी कुर्सी स्वयं उठाकर नीचे बैठ गईं थीं।
यह वाकया अगले दिन मीडिया की सुर्खियों में में रहा, जिसके बाद कल रात श्रीमती खान ने इस बारे में फेसबुक पर लाइव कर अपनी पीड़ा जाहिर की। उन्होंने इस बारे में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखने का भी दावा किया है।
नूरी खान ने पूरे वाकये का जिक्र करते हुए कहा है कि वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशों पर उस प्रेस वार्ता में गई थीं, लेकिन सिंधिया ने उनका नाम लेकर उनसे कहा कि वे मंच पर लगी कुर्सियों पर ना बैठें।
उन्होंने वंशवाद को निशाना बनाते हुए कहा कि वे राजनीति में किसी बड़े परिवार से नहीं हैं और एक मजदूर की बेटी हैं, उनके इस अपमान से महिला और अल्पसंख्यक वर्ग दोनों आहत हैं। उन्होंने दावा किया कि अपने इस अपमान के बारे में उन्होंने गांधी के अलावा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को भी पत्र लिखा है।
श्रीमती खान ने सिंधिया को 'महाराज' का संबोधन देते हुए कहा कि वरिष्ठ नेता स्थानीय नेताओं के जनाधार का ध्यान रखें और बड़े नेता उन्हें वहां से इस तरह हटाए जाने के तरीके की समीक्षा करें।
पिछले करीब डेढ दशक से कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता श्रीमती खान इसके पहले एनएसयूआई जिला अध्यक्ष, महिला कांग्रेस और युवक कांग्रेस की प्रदेश पदाधिकारी रह चुकी हैं। (वार्ता)