मध्यप्रदेश, राजस्थान में किसको जिता रहा है सट्टा बाजार
मध्यप्रेदश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों की नजर मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर ही है क्योंकि इन राज्यों के चुनाव परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव का भी थोड़ा-थोड़ा हाल बयान कर देंगे। सट्टा बाजार में भी हमेशा की तरह इन चुनावों को लेकर काफी सरगर्मी है। सट्टा बाजार के मुताबिक राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस को बढ़त मिल सकती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए भोपाल का सट्टा बाजार 4 हफ्ते पहले तक भाजपा के सत्ता में लौटने की संभावना बता रहा था, लेकिन अब बताया जा रहा है कि रुख कांग्रेस की ओर मुड़ गया है। हालांकि यह भी माना जा रहा है सट्टा बाजार की हवा मतदान आते-आते और परिवर्तन हो सकता है।
हालांकि विधानसभा चुनावों को लेकर कितना सट्टा लगा है इसका आंकड़ा अभी बाहर नहीं आया है, लेकिन आने वाले समय में और खुलकर सामने आएगा। सट्टा बाजार का फिलहाल जो रुख है उसके मुताबिक मप्र में कांग्रेस का पलड़ा भारी रह सकता है, जबकि 15 वर्षों से सत्तारुढ़ भाजपा सत्ता से बेदखल हो सकती है।
एक बुकी के मुताबिक मध्यप्रदेश कांग्रेस को 112 से 114 सीटें मिल सकती हैं, जबकि भाजपा 98 से 101 के आंकड़े के आसपास सिमट सकती है। सट्टा बाजार के मुताबिक मध्यप्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में सीटों का आंकड़ा 6-3 और 5-4 का हो सकता है। यहां ग्रामीण इलाकों में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
राजस्थान में भी सट्टा बाजार कांग्रेस के पक्ष में दिख रहा है। हालांकि राजस्थान में जितने भी सर्वे हुए हैं उनके मुताबिक वहां कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। यहां सत्तारुढ़ भाजपा 55-56 सीटों तक सिमट सकती है। छत्तीसगढ़ का रुझान स्पष्ट नहीं है, लेकिन यहां हवा भाजपा के पक्ष में दिखाई दे रही है।
उल्लेखनीय है कि सट्टे के ट्रेंड रोज बदलते हैं। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा के लिए 7 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे।