मतदाताओं को बांटा पैसा, मंत्री के रिश्तेदार के खिलाफ प्रकरण
नागपुर। महाराष्ट्र सरकार में लोक कल्याण विभाग, वन एवं जनजातीय विकास मंत्री फुके 21 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में साकोली विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं। पुलिस ने फुके के रिश्तेदार से 18 लाख रुपए जब्त किए हैं। इस मामले में मंत्री के रिश्तेदार और कम से कम चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार भंडारा जिले के साकोली में मतदाताओं को पैसे बांटने के आरोप में मंत्री के रिश्तेदार और कम से कम चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
नागपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मल्लिकार्जुन प्रसन्ना ने इस बात की पुष्टि की कि शुक्रवार की रात को मंत्री के रिश्तेदार नितिन नीलकंठराव फुके से 17 लाख 74 हजार 600 रुपए जब्त किए गए।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि साकोली से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व सांसद नाना पटोले के समर्थकों ने आरोप लगाया कि फुके के समर्थक शुक्रवार रात को मतदाताओं को धन बांट रहे थे।
साकोली थाने के एक अधिकारी ने कहा कि शिकायत के अनुसार भाजपा के समर्थक एक कार में आए और मतदाताओं के बीच पैसे भरे लिफाफे वितरित किए। कांग्रेस समर्थकों द्वारा इसका विरोध किए जाने पर भाजपा समर्थकों ने कथित रूप से उन पर हमला किया जिसके कारण दोनों गुटों में झड़प हो गई। झड़प के कारण दोनों पक्ष के सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और निर्वाचन आयोग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने बाद में लाल रंग के 110 लिफाफे जब्त किए जिनमें 10 लाख 50 हजार 500 रुपए थे और 106 सफेद लिफाफों में सात लाख 24 हजार 600 रुपए जब्त किए गए। ये लिफाफे जिस वाहन से बरामद हुए, उसमें फुके बैठे हुए थे।
पुलिस के अनुसार तीर्थानंद पटोले द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार नितिन फुके और चार अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 171 (1)(b)(e) (रिश्वतखोरी), 143 (गैरकानूनी रूप से जमावड़ा), 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियार रखना) और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने पटोले के समर्थकों पर भी भादंसं की धाराओं 143, 147, 148, 506 (आपराधिक धमकी) और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। फुके को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है।
नाना पटोले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए हैं। उन्होंने भाजपा के नितिन गडकरी के खिलाफ इस साल नागपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।