भोपाल में 8 हजार पेड़ काटने की तैयारी के विरोध में प्रदर्शन, पेड़ों से चिपककर और रक्षा सूत्र बांध कर विरोध प्रदर्शन
भोपाल। राजधानी भोपाल में बॉयपास बनाने के लिए 8 हजार पेड़ों को कटाने की तैयारी के विरोध में पर्यावरण प्रेमियों ने अपनी लड़ाई तेज कर दी है। पेड़ों को काटने के विरोध में लोगों ने सड़क पर उतरकर अपना विरोध दर्ज करया। राजधानी में रविवार को पर्यावरण प्रेमियों और शहरवासियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पर्यावरण प्रेमियों ने योजना का विरोध जताते हुए पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधा साथ ही पेड़ों से चिपककर पेड़ बचाने की अपील की।
क्यों काटे जाने है 8 हजार पेड़?-भोपाल में अयोध्या नगर रत्नागिरी तिराहा से आसाराम तिराहे तक अयोध्या बायपास के चौड़ीकरण की योजना है। सड़क चौड़ीकरण के लिए 16 किलोमीटर तक 8000 पेड़ों को काटा जाएगा। इस सड़क चौड़ीकरण के लिए NHAI ने 8000 पेड़ों की कटाई की अनुमति मांगी गई है। अनुमति के लिए भोपाल नगर निगम में आवेदन भी किया है। हालांकि, इस योजना पर पर्यावरण प्रेमियों और नागरिकों द्वारा विरोध जताया जा रहा है। उनका कहना है कि विकास के नाम पर पर्यावरण की बलि नहीं दी जा सकती।
सड़क चौड़ीकरण के लिए पेड़ों की कटाई के विरोध में लोगों ने सड़क पर उतरकर आंदोलन किया। रत्नागिरी तिराहे पर आयोजित इस आंदोलन में सैकड़ों नागरिकों ने एकजुट होकर पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधे और उन्हें बचाने का संकल्प लिया। साथ ही अयोध्या बायपास काकड़ा फार्म हाउस के सामने मानव श्रृंखला बनाई गई। महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और पर्यावरण प्रेमियों ने हाथों में नारे लिखे पोस्टर लेकर योजना का विरोध जताया। लोगों ने पेड़ों से चिपककर पेड़ों को ना काटने के नारे लगाए।
पर्यावरण प्रेमियों ने कहा कि राजधानी भोपाल में विकास के नाम पर पूरे शहर में हरियाली खत्म की जा रही है। सरकार द्वारा चार गुना पेड़ लगाने की बात की जाती है, लेकिन यह चार गुना पेड़ कभी लगे हुए नजर नहीं आते। केवल कागजों में हरियाली बढ़ जाती है। शहर में लगातार तापमान बढ़ रहा है। इसी प्रकार से पेड़ काटते गए तो भोपाल रेगिस्तान बन जाएगा।