मध्यप्रदेश में बढ़ रही हैं आपराधिक घटनाएं, विपक्ष ने कमलनाथ सरकार पर साधा निशाना- हो रही है दिग्गी युग की वापसी
मध्यप्रदेश में ताबड़तोड़ अपहरण और हत्या के बाद कमलनाथ सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना में दिनदहाड़े स्कूल बस से दो मासूम भाइयों के अपहरण को लेकर कमलनाथ सरकार और सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का आरोप है कि प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, अपराधों की बाढ़ आ गई है। अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को निशाने पर लेते हुआ कहा कि सतना के चित्रकूट में दिनदहाड़े बंदूक की नोंक पर बच्चों का अपहरण और रीवा के मनगवां में युवक की गोली मारकर हत्या की घटना से साफ है कि मध्यप्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पंद्रह साल पहले दिग्विजय सरकार के समय प्रदेश बिगड़ती कानून-व्यवस्था, नक्सलवाद और सिमी की गतिविधियों के लिए पहचाना जाता था, लेकिन 2003 में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता संभालने के बाद पिछले 15 वर्षों में मध्यप्रदेश शांति का टापू रहा।
बीजेपी सरकार ने प्रदेश में डाकुओं का खात्मा करने के साथ नक्सलवाद और सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त किया, लेकिन मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार आते ही दिग्गी युग की वापसी हो गई है और अब दिनदहाड़े अपहरण और हत्याएं आम बात हो गई है।
शिवराज ने ट्वीट कर साधा निशाना : सतना में दिनदहाड़े स्कूल से बच्चों के अपहरण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट कर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। शिवराज ने अपहरण की घटना को ट्वीट कर लिखा है कि मुझे याद है जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था, तब मैंने कहा था कि मध्यप्रदेश में या तो शिवराज रहेगा या फिर डाकू।
शिवराज के इस ट्वीट के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है। दूसरी ओर सतना से अगवा किए गए बच्चों की तलाश के लिए पुलिस ने सर्चिंग तेज कर दी है। पुलिस को अपहरण की इस वारदात के पीछे किसी गिरोह के शामिल होने की आशंका है।