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Written By विकास सिंह
Last Updated : मंगलवार, 21 नवंबर 2023 (22:22 IST)

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग के बाद क्यों हो रही हिंसा?

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग के बाद क्यों हो रही हिंसा? - Why is there violence after voting in Madhya Pradesh Assembly elections?
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग के बाद हिंसा और मारपीट की घटनाओं  का दौरा जारी है। प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक विधानसभा सीटों पर हिंसा और मारपीट की घटनाओं के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने समाने आ गई है। प्रदेश में रिकॉर्ड वोटिंग के बाद हिंसा की खबरों ने सभी को हैरत में डाल दिया है। नजदीकी मुकाबले वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार कई सीटों पर कांटे की टक्कर है और पूरे चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशी आमने-सामने आते रहे।   

छतरपुर में कांग्रेस पार्षद की हत्या के बाद सियासत-प्रदेश की छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा सीट पर वोटिंग के ठीक पहले कांग्रेस प्रत्याशी  के समर्थक की हत्या सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। पूरे मामले में राजनगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित उनके समर्थकों पर खजुराहो थाने में हत्या का केस दर्ज होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता आमने-सामने आ गए है।

दरअसल भाजपा उम्मीदवार पर चंदनगर टोरिया इलाके में कांग्रेस उम्मीदवार नाती राजा पर जानलेवा हमला कर नाती राजा के समर्थक और कांग्रेस पार्षद सलमान खान की गाड़ियों से कुचलकर हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद इस पर सियासत गर्मा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने छतरपुर में खजुराहो थाने के सामने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेतक जहां दो दिन तक धरना दिया वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा आज छतरपुर में है।

राजनगर में कांग्रेस पार्षद की हत्या के मामले में पुलिस-प्रशासन पर दोनों पक्ष सवाल उठा रहे है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग एवं पुलिस महानिदेशक को पुलिस की भूमिका  को लेकर र एख ज्ञापन सौंपा। वीडी शर्मा का कहना  है कि राजनगर में भाजपा के 20 कार्यकर्ताओं सहित 35 लोगों पर बिना जांच के हत्या का मामला दर्ज करने और आचार संहिता के दौरान बिना अनुमित के कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा धरना पदर्शन करने पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की।

शिवपुरी में फर्जी वोटिंग रोकने पर 3 की हत्या- वहीं शिवपुरी के पोहरी में नरवर तहसील के चकरामपुर गांव में फर्जी वोट डालने से रोकने पर भाजपा के पोलिंग के पोलिंग एजेंट की मां, चाला और ममेरे भाई को जिंदां जला कर हत्या कर दी गई। वहीं घटना में घायल हुए 4 लोगों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है जहां एक की हालत गंभीर है।

सागर के रहली में भी विवाद- प्रदेश की हाईप्रोफाइल विधानसभा सीटों में शामिल सागर जिले की रहली विधानसभा सीट पर भी चुनाव के बाद कांग्रेस और भाजपा प्रत्याश आपस में भिड़ गए  है। रहली विधानसभा के गढ़ाकोटा में हुए विवाद में कांग्रेस समर्थक घायल हो गया है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल ने भाजपा प्रत्याशी और मंत्री गोपाल भार्गव और उनके बेटे अभिषेक भार्गव पर हमला करने का आरोप लगाया है। वहीं मंत्री गोपाल भार्गव ने कांग्रेस प्रत्याशी पर लोगों को डारने धमकाने और खुद की  हत्या करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। गोपाल भार्गव ने पूरे मामले में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए है।  

धार के सरदारपुर में हिंसक झड़प- धार जिले के सरदारपुर में भी चुनावी रंजिश को लेकर हिंसा हुई जिसमें एक हालत गंभीर है। सरदारपुर विधानसभा सीट में कांग्रेस प्रत्याशी मोहन डावर और जयस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह गामड़ के समर्थकों के बीच विवाद, मारपीट और तोड़फोड़ की घटना हुई है। चुनाव प्रचार को लेकर शुरु हुआ विवाद थाने तक पहुंचा जिसमें जयस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह गामड़ के भाई को गंभीर चोट आई है और उन्हें इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया है।

मुरैना की दिमनी विधानसभा सीट पर हिंसा-प्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार मुरैना की दिमनी विधानसभा सीट पर मतदान के दौरान हुई हिंसा के बाद अब भी कंई इलाकों में तनाव बना हुआ है। दिमनी विधानसभा सीट केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंहं तोमर भाजपा उम्मीदवार है, वहां पर मतदान के दौरान फायरिंग हो गई है, यहां पर वोटिंग को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए है। दिमनी में हुई हिंसा को लेकर भाजपा की तरफ से चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज कराई गई।

ग्वालियर में कांग्रेस उम्मीदवार पर FIR- ग्वालियर जिले की ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार साहब सिंह गुर्जर पर भाजपा कार्यकर्ता से मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के मामला बेहट थाने मे दर्ज किया गया। इसके साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार साहब सिंह गुर्जर पर एक अन्य FIR  बसपा कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी  देने को लेकर दर्ज किया गया। वहीं विधानसभा  सीट के पारसेन में भी चुनावी रंजिश को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए।

इंदौर में भी बवाल-इंदौर में भी मतदान के दौरान कई विधानसभा सीटों पर जमकर हंगामा हुआ। इंदौर-4 विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गई। भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह पर दूसरे पक्ष को लाठी से पिटने का आरोप लगा है। वहीं जिले की राउ विधानसभा सीट पर मतदान से ठीक पहले भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे।

वहीं इंदौर-3 विधानसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। यहां पर कांग्रेस उम्मीदवार पिंटू जोशी और भाजपा कार्यकर्ता आमने सामने हो गए और पथराव में एक युवक घायल हो गया।  वहीं जिले की महू विधानसभा सीट पर भाजपा कार्यकर्ता पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर तलवार से हमला करने का मामला सामने आया है।

काउंटिंग पर टिकी सबकी निगाहें- प्रदेश में रिकॉर्ड वोटिंग के बाद अब काउंटिग पर सबकी निगाहें टिक  गई है। 3 दिसंबर को होने वाली काउंटिग से पहले जहां ईवीएम को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। वहीं काउंटिंग के बाद नजदीकी मुकाबले वाली सीटों पर हिंसा का नया दौर शुरु  हो सकता  है। ऐसे में पुलिस प्रशासन के सामने भी शांति व्यवस्था बनाए रखना बड़ चुनौती होगी।