बजरंग दल पर बैन पर बैकफुट पर कमलनाथ, कहा बैन की नहीं कोई बात, कांग्रेस कार्यालय पर CISF तैनात करने की मांग
Bajrang Dal Ban:कर्नाटक चुनाव (karnataka election 2023) से शुरु हुआ बजरंग दल पर बैन के सियासी विवाद के मध्यप्रदेश में तूल पकड़ने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस बैकफुट पर दिख रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) ने शुक्रवार को कहा कि बजरंग दल पर बैन की कभी बात नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कि केवल बजरंग दल की तुलना की गई थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का यह बयान ऐसे समय सामने आया है जब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात का समर्थन करते हुए कहा था कि उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए साल 2000 में सिमी और बजरंग दल दोनों को प्रतिबंधित करने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। लेकिन तत्कालीन केंद्र की भाजपा सरकार ने प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया।
इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने इस पूरे मामले को लेकर लगातार हमलावर है और सोशल मीडिया पर लगातार बजरंग दल को लेकर पोस्ट शेयर कर रहे है। बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करते हुए दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर लिखा कि आप केवल गूगल पर बलराम सिंह व उसके बजरंग दल के साथ संबंधों को टाइप करिए और आप को बजरंग दल व भाजपा से जुड़े पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करने वालों की अनेक जानकारी मिल जाएगी।
नरोत्तम ने कमलनाथ को लिखा था पत्र-कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर अपना स्टैंड साफ करने की मांग की थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर पूछा था कि हनुमान भक्त होने का दावा करने वाले कमलनाथ प्रदेश की जनता को बताए कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा से सहमत है या नहीं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में बजरंग बली के भक्तों के दल "बजरंग दल" पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
कांग्रेस कार्यालय पर CISF तैनात करने की मांग-वहीं जबलपुर में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की तोड़फोड़ करने के बाद अब कांग्रेस ने पूरे मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सहित प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस कार्यालयों में सुरक्षा के लिए CISF तैनात करने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को लिख पत्र में लिखा कि जबलपुर शहर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कार्यालय में घुसकर उपद्रव और तोड़फोड़ की गई। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मध्यप्रदेश पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की इतनी हिम्मत हो गई है कि वे कानून की परवाह किए बिना कांग्रेस पार्टी के कार्यालयों को अपना निशाना बना रहे है। नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में जबलपुर पुलिस अधीक्षक के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग करने के साथ मध्य प्रदेश के जिला कांग्रेस कार्यालय पर सीआईएसएफ की सुरक्षा उपलब्ध करने को कहा है।
बजरंग दल के 3 कार्यकर्ता गिरफ्तार-वहीं जबलपुर में गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने 3 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। वहीं तोड़फोड़ के मामले में अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। गौरतलब है कि गुरुवार को जबलपुर जिला कांग्रेस कार्यालय में बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने धावा बोल कर जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की थी। तोड़फोड़ की घटना के बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है।