कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम दोबारा शिवसेना में शामिल, शिंदे ने किया स्वागत
Sanjay Nirupam joins Shiv Sena again : कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए। मुंबई के पूर्व सांसद ने लगभग 2 दशक पहले अविभाजित शिवसेना छोड़ी थी। निरुपम को पिछले महीने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया था।
मुख्यमंत्री शिंदे ने संजय निरुपम का स्वागत किया : निरुपम आज शु्क्रवार को मुख्यमंत्री शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री शिंदे ने पार्टी में उनका स्वागत करते हुए ऐलान किया कि निरुपम शिवसेना के उपनेता और प्रवक्ता के तौर पर काम करेंगे। शिवसेना में कई उपनेता हैं। निरुपम (59) ने 1990 के दशक में शिवसेना के हिन्दी मुखपत्र 'दोपहर का सामना' के संपादक के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और पार्टी का उत्तर भारतीय चेहरा बने थे।
निरुपम साल 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए : शिवसेना छोड़ने के बाद निरुपम साल 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए और उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया। उन्होंने 2009 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता राम नाइक को हराकर मुंबई उत्तर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। राज्य कांग्रेस नेतृत्व से मतभेद होने से पहले उन्होंने सबसे पुरानी पार्टी में विभिन्न पदों पर काम किया। साथ ही शहर इकाई का नेतृत्व भी किया।
कांग्रेस ने उन्हें पिछले महीने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के चलते पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था, जब उन्होंने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए कांग्रेस को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया था। महाविकास अघाडी में हुए सीट-बंटवारे के तहत इस सीट पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) चुनाव लड़ रही है।
बाल ठाकरे ने उन्हें 2 बार राज्यसभा भेजा था : निरुपम के शिवसेना में शामिल होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल ठाकरे ने उन्हें 2 बार राज्यसभा भेजा था और उनके काम से राष्ट्रीय स्तर पर शिवसेना की प्रतिष्ठा बढ़ी। शिंदे ने कहा कि आज उनकी घर वापसी हुई है। उन्होंने कहा कि शिवसेना में निरुपम के आ जाने से मुंबई-ठाणे क्षेत्र में शिवसेना-भाजपा-राकांपा गठबंधन के उम्मीदवारों को फायदा होगा।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta