मुंबई। महेन्द्र सिंह धोनी के वनडे और ट्वंटी-20 टीमों की कप्तानी छोड़ने के चौंकाने वाले फैसले के बाद अब यह साफ हो गया है कि टेस्ट कप्तान विराट कोहली खेल के तीनों फार्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी संभालेंगे।
राष्ट्रीय चयनकर्ता शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीन वन-डे तथा तीन मैचों की ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए जब टीम का चयन करेंगे तो धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली को वन-डे तथा ट्वेंटी-20 टीमों का कप्तान बनाना तय है। विराट ने पिछले साल टेस्ट मैचों में भारतीय टीम को नंबर वन बनाने के साथ साथ नयी बुलंदियों पर भी पहुंचा दिया।
विराट हालांकि 17 वन-डे मैचों में भारत की कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन यह कप्तानी उन्होंने ऐसे समय की थी जब चयनकर्ताओं ने धोनी को विश्राम दिया था। विराट पहली बार ट्वेंटी-20 टीम की कप्तानी भी संभालेंगे। ट्वेंटी-20 में धोनी के अलावा वीरेन्द्र सहवाग ने एक मैच में, सुरेश रैना ने तीन मैचों में और अजिंक्या रहाणे ने दो मैचों में ट्वेंटी-20 टीम की कप्तानी की है।
धोनी के अचानक कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद विराट को तीनों प्रारूपों की जिम्मेदारी सौंपा जाना निश्चित है। चयनकर्ताओं को विराट को कप्तान बनाने के बारे में ज्यादा सोचना नहीं होगा लेकिन उन्हें खिलाड़ियों की चोटों के कारण टीम चयन में जरूर माथापच्ची करनी पड़ेगी।
मुंबई के दो बल्लेबाज रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे चोट की वजह से बाहर हो चुके हैं, ऐसे में ख़राब फॉर्म में चल रहे शिखर धवन को अगर फिट घोषित किया तो वह लोकेश राहुल के साथ ओपनिंग करते दिख सकते हैं। यह भी हो सकता है कि चयनकर्ता किसी नए खिलाड़ी को आजमाकर सबको चौंका दें।
कर्नाटक के बल्लेबाज राहुल न्यूजीलैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में चोट की वजह से बाहर हो गए थे जबकि टेस्ट सीरीज के दौरान धवन को भी अंगूठे में चोट आई थी और वे बाहर हो गए थे। बाएं हाथ के बल्लेबाज धवन ने अपना आखिरी वन-डे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले वर्ष जनवरी में खेला था। पहले दो मैचों में फ्लॉप रहने के बाद धवन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शेष तीन मैचों में एक शतक तथा दो अर्द्धशतक जमाए थे।
इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में रिकॉर्ड तिहरा शतक ज़माने वाले करुण नायर को रहाणे के स्थान पर टीम में शामिल किया जा सकता है। भारत के सामने ऑफ़ स्पिनर के रूप में खिलाड़ी का चयन करने की दुविधा रहेगी। रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव दोनों चोटिल हैं, अब देखना होगा कि क्या इनमें से किसी को बिना मैच फिटनेस साबित किए खेलने का मौका मिलेगा।
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को भारतीय टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद है जिन्होंने टेस्ट सीरीज में धमाकेदार प्रदर्शन किया था। उनके साथ लेग स्पिनर अमित मिश्रा दूसरे स्पिनर की भूमिका अदा कर सकते हैं। मनीष पांडे और केदार जाधव को भी टीम में जगह मिलना तय नजर आ रहा है।
तेज गेंदबाजी विभाग में भारतीय टीम ईशांत शर्मा के साथ जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव को मौका दे सकती हैं क्योंकि मोहम्मद शमी और धवल कुलकर्णी चोटिल हैं। हार्दिक पांड्या भी इंग्लैंड के खिलाफ चोटिल हुए थे, लेकिन डी वाई पाटिल टूर्नामेंट में खेलकर उन्होंने अपना दावा पेश किया है।
यह भी देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता बांए हाथ के बल्लेबाज और ट्वेंटी-20 के महारथी सुरेश रैना पर भरोसा जताते हैं या नहीं। रैना ने अपना आखिरी वन-डे अक्टूबर 2015 में और आखिरी ट्वंटी-20 मार्च 2016 में खेला था। इंग्लैंड की टीम लंबे ब्रेक के बाद रविवार को भारत को लौट रही है। दोनों देशों के बीच पहला वन-डे 15 जनवरी को खेला जाएगा। भारत ने टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड का 4-0 से सफाया किया था। (वार्ता)