दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 9 विकेट से हराकर टी20 श्रृंखला 1-1 से बराबर की
बेंगलुरु। दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत को 9 विकेट से हराकर श्रृंखला 1-1 से बराबर की। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान क्विंटन डिकाक ने नाबाद 79 रन बनाए। दक्षिण को जीत के लिए 135 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने 16.5 ओवर में 1 विकेट खोकर 140 रन बनाकर अर्जित कर लिया।
कप्तान क्विंटन डिकाक ने 52 गेंदों पर नाबाद 79 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 5 छक्के शामिल थे। दूसरे छोर पर टेम्बा बावुमा 27 रन पर नाबाद रहे। भारतीय गेंदबाजी का अफ्रीकी बल्लेबाजों ने जमकर खिल्ली उड़ाई।
दक्षिण अफ्रीका की कसी हुई गेंदबाजी और बल्लेबाजों के गैरजिम्मेदाराना शॉट के कारण भारतीय टीम तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां 9 विकेट पर 134 रन ही बना पाई।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे भारत के किसी भी बल्लेबाज ने टिककर खेलने का प्रयास नहीं किया। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (25 गेंदों पर 36) ने सर्वाधिक रन बनाए। उनके अलावा 3 अन्य बल्लेबाज ही दोहरे अंक में पहुंचे।
ब्यूरॉन हेंड्रिक्स (14 रन देकर 2), ब्यूरॉन फोर्टीन (19 रन देकर 2) और कैगिसो रबाडा (39 रन देकर 3) ने भारत को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया जबकि तबरेज शम्सी (23 रन देकर 1) ने शुरू में रन गंवाने के बाद शानदार वापसी की।
भारत ने पहले 10 ओवरों के अंदर ही अपने तीनों सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों रोहित शर्मा (8 गेंदों पर 9), धवन और कप्तान विराट कोहली (15 गेंदों पर 9) के विकेट गंवा दिए। इन तीनों में केवल धवन ही दमदार बल्लेबाजी कर पाए।
एंडिल फेलुकवायो पर 2 कलात्मक चौके और तबरेज शम्सी पर आकर्षक छक्के धवन की पारी के आकर्षण रहे। रोहित के तीसरे ओवर में ब्यूरॉन हेंड्रिक्स की गेंद पर स्लिप में कैच देने के बाद धवन रन बनाने की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे थे लेकिन शम्सी पर एक और छक्का जड़ने के प्रयास में वे गेंद हवा में लहरा गए और मिडविकेट पर कैच हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 4 चौके और 2 छक्के लगाए।
कोहली की पारी की शुरुआत अपेक्षित नहीं रही। वे रन बनाने के लिए जूझते हुए नजर आए। कैगिसो रबाडा पर हावी होने के प्रयास में उन्होंने गेंद मिडविकेट सीमा रेखा की तरफ उछाल दी लेकिन फेलुकवायो ने वहां उसे बड़ी खूबसूरती से कैच में बदल दिया।
विकेट गिरने का क्रम इसके बाद भी जारी रहा। खराब फॉर्म में चल रहे ऋषभ पंत (20 गेंदों पर 19 रन) ने फिर से अपनी गलती से विकेट गंवाया। वे फोर्टीन की चाल में फंस गए और लांग ऑफ पर आसान कैच दे बैठे। इसी ओवर में श्रेयस अय्यर (8 गेंदों पर 5) के आउट होने से स्कोर 5 विकेट पर 92 रन हो गया।
अब पांड्या बंधुओं पर दारोमदार था लेकिन क्रुणाल तिहरे अंक में पहुंचने से पहले ही पैवेलियन लौट गए। हार्दिक (18 गेंदों पर 14) अपनी पूरी पारी के दौरान रन बनाने के लिए जूझते रहे। रवीन्द्र जडेजा (17 गेंदों पर 19) ने रबाडा पर छक्का जड़कर उम्मीद जगाई थी लेकिन अंतिम ओवर में 3 विकेट गंवाने से भारत 140 रन तक भी नहीं पहुंच पाया।