पर्थ। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट में कभी स्पिनर को टीम में रखने के बारे में नहीं सोचा क्योंकि उनका मानना था कि भारत के चार तेज गेंदबाज काम कर जाएंगे।
भारत को दूसरे टेस्ट में 146 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा। मेहमान टीम को तेज गेंदबाजों की अनुकूल पिच पर एक बार फिर ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने परेशान किया जिन्हें लगातार दूसरे मैच में आठ विकेट चटकाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
भारत के पांचवें और अंतिम दिन दूसरी पारी में 140 रन पर सिमटने के बाद कोहली ने कहा, जब हमने पिच को देखा तो हमने (रविंद्र) जेडजा के विकल्प के बारे में नहीं सोचा। हमने सोचा कि चार तेज गेंदबाज काफी होंगे।
उन्होंने कहा, नाथन लियोन ने काफी अच्छी गेंदबाजी की। ईमानदारी से कहूं तो हमने कभी स्पिन विकल्प के बारे में नहीं सोचा। कोहली से जब पहली पारी के उनके 123 रन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, जब आप जीत दर्ज नहीं करते तो आप प्रदर्शन के बारे में नहीं सोचते इसलिए यह बेमानी है क्योंकि हमें वह नतीजा नहीं मिला जो हम चाहते थे।
उन्होंने कहा, मेरा ध्यान अगले मैच पर है और उम्मीद करता हूं कि मैं जीत में योगदान दे पाऊंगा। भारतीय कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया की तारीफ करते हुए कहा कि मेजबान टीम ने कड़ी गेंदबाजी की जबकि बल्लेबाजी में भी मेहमान टीम को पछाड़ दिया।
उन्होंने कहा, एक टीम के रूप में मुझे लगता है कि हम टुकड़ों में अच्छा खेले। ऑस्ट्रेलिया ने बल्ले से हमारी तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन किया। हमें लगता है कि इस पिच पर 330 रन काफी अधिक थे। वे जीत के हकदार थे।
कोहली ने कहा, हमारा मानना था कि हम लक्ष्य हासिल कर सकते हैं लेकिन उन्होंने मौका नहीं दिया और हमें परेशानी में डाला। भारत के गेंदबाजी प्रदर्शन पर कोहली ने कहा, टीम के रूप में हमारे गेंदबाज बेहतरीन हैं, उन्हें दबदबा बनाते हुए देखना काफी अच्छा लगता है और यह ऐसी चीज है जिसे हम आगे बढ़ाना चाहते हैं। अगर विकेट नहीं भी मिलें तो भी वे मौके नहीं देते जो काफी अच्छा गुण है।
पहली पारी में कोहली विवादास्पद तरीके से आउट हुए, इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, यह फैसला मैदान पर किया गया, यह वहीं रहना चाहिए। दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में बाद पहली टेस्ट जीत दर्ज करने पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन राहत महसूस कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के श्रृंखला 1-1 से बराबर करने के बाद पेन ने कहा, संभवत: फिलहाल यह राहत की बात है, पहली टेस्ट जीत में कुछ समय लग गया। उन्होंने कहा, खिलाड़ियों और स्टाफ पर काफी गर्व है। यह मुश्किल टेस्ट था, दोनों टेस्ट कड़े थे। दो काफी प्रतिस्पर्धी टीमें जिनके पास अच्छा तेज गेंदबाजी आक्रमण है।
पेन ने कहा कि मार्कस हैरिस और आरोन फिंच के बीच पहली पारी में पहले विकेट की शतकीय साझेदारी ने काफी अंतर पैदा किया। हैरिस और फिंच के बीच 112 रन की साझेदारी के संदर्भ में पेन ने कहा, पहले दिन मार्कस और आरोन का हमें बिना विकेट के 100 रन तक पहुंचाना शानदार था और संभवत: इसने अंत में अंतर पैदा किया।
उस्मान ख्वाजा ने पहली पारी में विफल रहने के बाद दूसरी पारी में 72 रन की उम्दा पारी खेली और पेन ने उम्मीद जताई कि यह स्टार बल्लेबाज बाकी मैचों में शतक जड़ने में सफल रहेगा।
पेन ने मैच में आठ विकेट चटकाने वाले ऑफ स्पिनर नाथन लियोन की भी तारीफ की। मैन ऑफ द मैच लियोन भी ऑस्ट्रेलिया की जीत में भूमिका निभाकर काफी खुश हैं।
उन्होंने कहा, जीत में भूमिका निभाना बेहतरीन है, पिछले कुछ समय से नहीं कर पाया था। यह कहना उचित होगा कि हम सूखे से गुजर रहे थे इसलिए इस क्रम को तोड़ना अच्छा रहा। निचले क्रम को जल्द समेटना विशेष था।