India vs Australia Pink Ball Test : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के दिन-रात्रि दूसरे टेस्ट मैच को गंवाने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा कि जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) भी इंसान है और हमेशा अपने दम पर पूरी गेंदबाजी का भार नहीं उठा सकते हैं। रोहित ने बुमराह का साथ देने के लिए टीम के अन्य गेंदबाजों से अपना स्तर ऊंचा करने को कहा।
भारत दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से 10 विकेट से हार गया। बुमराह ने इस दौरान आस्ट्रेलिया की पहली पारी में 4 विकेट लिए।
रोहित ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, जसप्रीत बुमराह अकेले जिम्मेदारी नहीं ले सकते। आप उससे दोनों छोर से गेंदबाजी करने की उम्मीद नहीं कर सकते। अन्य गेंदबाजों को भी आगे आकर जिम्मेदारी शेयर करने की जरूरत है क्योंकि ऐसे भी दिन आएंगे जब बुमराह को विकेट नहीं मिलेंगे।
युवा हर्षित राणा ने 16 ओवर में 86 रन लुटाए, लेकिन कप्तान एडिलेड में मिली बड़ी हार के बाद इस महज दो टेस्ट खेलने वाले इस गेंदबाज का बचाव किया।
रोहित ने दिल्ली के इस गेंदबाज के बारे में पूछे जाने पर कहा, हर्षित राणा (Harshit Rana) को एक टेस्ट मैच के आधार पर आंकना सही नहीं होगा। मुझे नहीं लगता कि उसने कुछ गलत किया है और उसे बिना किसी कारण के बाहर करना अच्छा नहीं लगेगा। उनके (ऑस्ट्रेलिया) पास एक अच्छा खिलाड़ी (Travis Head) है जो उस पर दबाव बनाने में सफल रहा। राणा के मजबूत जज्बे वाला खिलाड़ी है।
इस मैच में भारतीय गेंदबाजी की कलई खुलने के बाद टीम में जल्द से जल्द मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की वापसी की मांग उठ रही है लेकिन रोहित ने कहा कि बंगाल के तेज गेंदबाज के घुटने में फिर से सूजन आ गई है।
उन्होंने कहा, शमी के लिए टीम के दरवाजे खुले है लेकिन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेलते हुए फिर से उनके घुटने में सूजन आ गई है। हम उस पर नजर रख रहे हैं और हम उस पर वापसी के लिए कोई दबाव नहीं डालना चाहते हैं।
भारतीय कप्तान पर शमी को टीम में शामिल करने का दबाव है लेकिन उनकी हाव-भाव से लगा कि इस तेज गेंदबाजी की वापसी में अभी समय लग सकता है।
रोहित हेड और तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) के बीच हुई नोकझोंक को ज्यादा तवज्जो देने से बचते दिखे।
हेड को आउट करने के बाद सिराज की उनसे कहा सुनी हुई थी। हेड ने बाद में दावा किया कि उन्होंने सिराज से कहा, अच्छी गेंदबाजी की लेकिन भारतीय गेंदबाज ने उनकी इस बात को झूठ करार दिया।
रोहित ने सिराज का बचाव करते हुए कहा, खेल के दौरान आक्रामक होने और अति-आक्रामक होने के बीच बहुत कम अंतर होता है। कप्तान के रूप में यह देखना मेरा काम है कि कोई भी इस सीमा को पार न करे। कुछ शब्दों का आदान-प्रदान किया जा सकता है। सिराज को पता है कि उन्हें टीम के लिए क्या करने की जरूरत है और वह हर जरूरी चीज करेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया द्वारा इस मामले पर और पूछे जाने पर, रोहित ने कहा, जब भारत और ऑस्ट्रेलिया खेलते हैं, तो ऐसी चीजें होती हैं। मेरा काम एक घटना को देखना नहीं है, बल्कि बड़ी तस्वीर देखना है। (भाषा)