भारतीय महिला टीम ने न्यूजीलैंड में रचा इतिहास, 2-0 से जीती 3 मैचों की वनडे सीरीज
माउंट मौंगानुई। तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (23 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद ओपनर स्मृति मंधाना (नाबाद 90) की आक्रामक पारी और कप्तान मिताली राज (नाबाद 63) की संयमित पारी के दम पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड को दूसरे वनडे में मंगलवार को एकतरफा अंदाज में आठ विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अपराजेय बढ़त बनाने के साथ इतिहास रच दिया।
भारत ने आईसीसी चैंपियनशिप के तहत खेले गए इस मुकाबले में न्यूजीलैंड के 44.2 ओवर में 161 रन पर ढेर करने के बाद 35.2 ओवर में ही दो विकेट पर 166 रन बनाकर सीरीज अपने नाम कर ली। भारतीय पुरुष टीम ने कल इसी मैदान में न्यूजीलैंड को तीसरे वनडे में हराकर 10 साल बाद न्यूजीलैंड में पहली बार द्विपक्षीय सीरीज जीती थी और अब महिला टीम ने न्यूजीलैंड में पहली बार वनडे सीरीज जीतने का कारनामा कर दिखाया।
भारतीय महिला टीम ने पहला वनडे नेपियर में नौ विकेट से जीता था और अब दूसरा वनडे उसने आठ विकेट से जीत लिया। युवा बल्लेबाज मंधाना ने नेपियर में नाबाद 105 रन बनाए थे और उसी फॉर्म को दूसरे मैच में भी कायम रखते हुए मंधाना ने 83 गेंदों में 13 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 90 रन ठोके।
कप्तान मिताली ने भी संयम के साथ खेलते हुए मंधाना का शानदार साथ दिया और 111 गेंदों में चार चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 63 रन बनाए। मिताली ने भारत के लिए विजयी छक्का मारकर 88 गेंद शेष रहते मैच समाप्त कर दिया। मंधाना और मिताली ने तीसरे विकेट के लिए 30.4 ओवर में 151 रन की मैच विजयी अविजित साझेदारी की। भारत ने जेमिमा रोड्रिग्स (शून्य) और दीप्ति शर्मा (8) के विकेट 15 रन तक गंवाए थे लेकिन इसके बाद मंधाना और मिताली ने कीवी टीम को कोई मौका नहीं दिया।
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड को 44.2 ओवरों में 161 रनों पर ढेर कर दिया। न्यूजीलैंड के लिए उसकी कप्तान एमी सैटर्थवेट ने 87 गेंदों में नौ चौकों की मदद से सबसे ज्यादा 71 रन बनाए। अन्य कोई कीवी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का सामना करने की हिम्मत नहीं दिखा सकी। न्यूजीलैंड की तरफ से दूसरा सर्वाधिक स्कोर लेग केस्पेरेक का 21 रन रहा।
भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और उनकी गेंदबाजों ने इस फैसले को सही ठहराया। अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन ने 23 रन पर तीन विकेट लिए। एकता बिष्ट ने 14 रन पर दो विकेट, दीप्ति शर्मा ने 51 रन पर दो विकेट और पूनम यादव ने 38 रन पर दो विकेट लिए। शिखा पांडे को 19 रन पर एक विकेट मिला।
झूलन गोस्वामी ने पहले ही ओवर की चौथी गेंद पर सूजी बेट्स (शून्य) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। शिखा पांडे ने सोफी डिवाइन (7) को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। कप्तान एमी सैटर्थवेट ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे।
लॉरेन डाउन ने 27 गेंदों में 15 रन बनाए लेकिन 33 के कुल स्कोर पर ही एकता बिष्ट ने उन्हें पैवेलियन की राह दिखाई। एमेलिया केर सिर्फ एक रन बनाकर एकता का अगला शिकार बन गईं। मैडी ग्रीन (9) ने एमी का साथ देने की कोशिश की लेकिन झूलन ने इस साझेदारी को 62 के स्कोर पर तोड़ दिया।
केस्पेरेक (21) के साथ कप्तान ने एक बार फिर टीम को संभालने की कोशिश की और छठे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी की। दीप्ति ने एमी को 120 के स्कोर पर आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा और मेजबान टीम का संघर्ष समाप्त कर दिया। न्यूजीलैंड ने 161 रन बनाए लेकिन स्कोर भारत के सामने काफी छोटा साबित हुआ।