T20 World Cup को टालने पर विचार कर सकते हैं ICC बोर्ड के सदस्य
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप को 2022 तक टालने पर विचार कर सकता है। आईसीसी के बोर्ड सदस्यों की 28 मई को बैठक होने वाली है और बोर्ड के एक सदस्य ने शुक्रवार को कहा कि आईसीसी टूर्नामेंट को टालने पर विचार कर सकता है।
बोर्ड के इस सदस्य के मुताबिक कोविड-19 महामारी के कारण टी20 विश्व कप पर संशय बरकरार है और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी इस प्रस्ताव का समर्थन कर सकता है। आईसीसी की इस प्रतियोगिता का आयोजन 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक प्रस्तावित है।
आईसीसी बोर्ड की बैठक से पहले क्रिकेट समिति की बैठक है जिसमें गेंद पर पसीना और लार लगाने सहित कई परिस्थितियों पर चर्चा की जाएगी। उम्मीद है कि क्रिस टेटली की अध्यक्षता वाली आईसीसी की प्रतियोगिता समिति कई विकल्प पेश करेगी।
बोर्ड के सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘हम आईसीसी की प्रतियोगिता समिति से तीन विकल्पों की उम्मीद कर रहे हैं। पहला विकल्प 14 दिन के पृथकवास के साथ विश्व टी 20 विश्व कप का आयोजन हो जिसमें दर्शकों की अनुमति हो। इसमें दूसरा विकल्प है कि मैच खाली स्टेडियम में हो। तीसरा विकल्प है कि टूर्नामेंट को 2022 के लिए स्थगित कर दिया जाए।’
बोर्ड की बैठक में अध्यक्ष शशांक मनोहर के लिए दो महीने के विस्तार पर भी चर्चा होगी लेकिन मुख्य रूप से ध्यान टी20 विश्व कप पर फैसला करने पर होगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और उनके मौजूदा और पूर्व शीर्ष खिलाड़ी भारत के साथ टेस्ट श्रृंखला करने पर जोर दे रहे है जिसे नवंबर दिसंबर में खेला जाना है। यह श्रृंखला क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के वित्तीय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘अगर टी20 विश्व कप को 2022 तक टाला जाता है तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया बहुत दुखी नहीं होगा। आईसीसी सदस्यों से बना है। यदि सदस्य यह तय करते हैं कि द्विपक्षीय श्रृंखला अधिक महत्वपूर्ण है, तो आप इसे खारिज नहीं कर सकते है।
बोर्ड के इस सदस्य ने कहा, ‘आईसीसी को थोड़ी वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है लेकिन यह एक अल्पकालिक समस्या है। अगर टूर्नामेंट 2022 में होता है, तो उसे कोई खास घाटा नहीं होगा।’ टी20 विश्व कप टलने का मतलब यह भी होगा कि चकाचौंध से भरे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आयोजन की संभावना बनेगी। भारतीय टीम आईपीएल के बाद ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर टूर्नामेंट अपने निर्धारित समय पर होता है तो बड़ी संख्या में लोगों को पृथकवास पर रहना होगा। इसमें 16 टीमों के खिलाड़ी और अधिकारी के अलावा टेलीविजन सदस्य और अन्य जरूरी स्टाफ शामिल है। यह काफी जटिल और महंगा साबित होगा। (भाषा)