इंग्लैंड टीम कर सकती है विनिंग कॉम्बिनेशन में बदलाव,कोच ने किया इशारा
चेन्नई:आमतौर पर देखा जाता है कि टेस्ट में जीत के बाद टीमें विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ नहीं करती। जीत अगर विदेशी जमीन की विषम परिस्थितियों में आई हो तो फिर बिल्कुल भी नहीं। लेकिन इंग्लैंड के कोच के हालिया बयान से लग रहा है कि इंग्लैंड चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट की अंतिम ग्यारह में बदलाव कर सकती है। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के प्रमुख कोच क्रिस सिल्वरवुड ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले कुछ बदलावाें के फैसले से टीम कमजोर होेगी।
सिल्वरवुड ने शनिवार से चेन्नई में होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले कहा कि टीम प्रबंधन पहले की तरह खिलाड़ियों, खासतौर पर गेंदबाजों के लिए रेस्ट एंड रोटेशन पॉलिसी का इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहा है, हालांकि अगले टेस्ट में जोस बटलर के साथ एक बदलाव तो निश्चित है। उन्होंने कहा कि बटलर को कुछ हफ्तों तक घर पर आराम करने का समय दिया गया है। बेन फोक्स उनकी जगह टीम में विकेटकीपिंग का जिम्मा संभालेंगे।
कोच ने अगले मैच में जेम्स एंडरसन की मौजूदगी पर बने संदेह पर कहा कि उन्हें एंडरसन को विश्राम देने का फैसला लेने में कोई भय नहीं है, क्योंकि उन्हें अपने खिलाड़ियों को पूरी श्रृंखला में स्वस्थ और फिट रखना है, ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाएं। उन्होंने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि जिस तरह एंडरसन अपनी फिटनस को लेकर समर्पित हैं वह 40 वर्ष की उम्र में भी क्रिकेट खेल सकते हैं।
सिल्वरवुड ने कहा, ''यह भी मुमकिन है कि अगले मैच में जेम्स एंडरसन की जगह स्टुअर्ट ब्रॉड और जोफ्रा आर्चर की जगह ओली स्टोन को टीम में शामिल किया जाए। डोम बेस की जगह मोईन अली को टीम में शामिल किए जाने पर भी चर्चा जारी है। बदलाव के जोखिम से नतीजे बदल सकते हैं, लेकिन उसी टीम के साथ खेल कर भी नतीजे अलग हो सकते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि भारत मजबूत वापसी कर सकता है। ''
सिल्वरवुड ने कहा, ''एंडरसन जैसे खिलाड़ी को बाहर बैठाना मुश्किल है। वह दिग्गज गेंदबाज हैं, लेकिन ब्रॉड पिछला मैच नहीं खेले हैं और हमारे पास यहां कई गेंदबाज हैं, जिन्हें हम किसी भी समय खेला सकते हैं। मैं टीम में बदलाव को लेकर असंतुष्ट नहीं हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि काफी लंबे समय से यह हमारे लिए सबसे अच्छी चीज रही है। मैं बदलाव को कमजोरी की तरह नहीं, बल्कि लोगों के लिए अवसर की तरह देखता हूं। वह आएं और दिखाएं कि वह क्या कर सकते हैं।(वार्ता)