कप्तान कोच के रूप में पहली बार नजर आई धवन-द्रविड़ की जोड़ी, दौरे पर उड़ान भरने से पहले कहा... (वीडियो)
यंगिस्तान है तैयार... भारत और श्रीलंका के बीच 13 जुलाई से तीन एकदिवसीय और तीन टी20 मैचों की सीरीज का आगाज होने जा रहा है। टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में मिली हार के बाद अब क्रिकेट फैंस युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय फौज से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद लगाए बैठे हुए हैं।
श्रीलंका दौरा पर शिखर धवन टीम की कमान संभालते हुए नजर आएंगे, जबकि कोचिंग का जिम्मा राहुल द्रविड़ के अनुभवी कंधो पर होगा। धवन जहां पहली बार टीम इंडिया की अगुवाई करते दिखेंगे, तो द्रविड़ भी अंडर-19 और इंडिया ए का चोला उतारकर अब राष्ट्रीय टीम के हेड कोच के रूप में एक नए सफर की शुरुआत करेंगे।
श्रीलंका जाने से पहले सामने आया द्रविड़ का बयान
भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ का कहना है कि टीम का लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ संयोजन के साथ श्रीलंका में सीरीज जीतना है। द्रविड़ के यह कहने का मतलब है कि कुछ युवा खिलाड़ियों को दौरे में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पायेगा। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि दौरा कुछ खिलाड़ियों के लिए चयनकर्ताओं का दरवाजा खटखटाने का एक बड़ा मौका होगा लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि कुछ क्रिकेटरों के लिए टी-20 विश्व कप की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए ये करो या मरो के मुकाबले होंगे।
पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने रविवार को ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,'हमारे लिए यहाँ बिलकुल अलग ही लक्ष्य है। यह एक छोटी सीरीज है इसलिए हर किसी को मौका देना संभव नहीं होगा। चयनकर्ता भी दौरे पर मौजूद रहेंगे और हमें जो लगेगा कि यह सर्वश्रेष्ठ संयोजन है , हम उसे आजमाएंगे और सीरीज जीतने की कोशिश करेंगे। टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं और उनके लिए यह एक बड़ा अनुभव होगा चाहे उन्हें खेलने का मौका नहीं भी मिल पाए लेकिन उन्हें भारतीय टीम तथा शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और अन्य सीनियर खिलाड़ियों के साथ रहने और कुछ सीखने का मौका मिलेगा।
द्रविड़ ने कहा,'इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले केवल तीन ही टी-20 मैच हैं। मुझे विश्वास है कि चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को यह स्पष्ट आइडिया होगा कि वे कैसी टीम ढूंढ रहे हैं विश्व कप से पहले आईपीएल भी है इसके मद्देनजर यह सीरीज एक या दो स्थान भरने का मौका दे सकती है।