खिलाड़ियों के Work Load Management पर बोर्ड और फ्रैंचाइजी दे रही है अलग अलग बयान
घरेलू सत्र अब समाप्त हो गया है और भारतीय खिलाड़ी अब टी20 मोड में चले जाएंगे क्योंकि आईपीएल का 16वां संस्करण 31 मार्च से शुरू होने जा और बीसीसीआई उन खिलाड़ियों के कार्यभार पर ख़ास तौर से नजर रखेगी जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों श्रृंखलाएं (टेस्ट और वनडे) खेली हैं।
एक प्रख्यात खेल वेबसाइट के मुताबिक, बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पहले ही एनसीए (नेशनल क्रिकेट एकेडमी) को निर्देश दिया है कि वह भारत के टेस्ट और वनडे नियमित खिलाड़ियों पर कड़ी नजर रखे और आईपीएल के दौरान उनके कार्यभार की निगरानी करे। इस साल भारतीय क्रिकेट का टाइम टेबल बड़ा साल के शुरुआत से ही व्यस्त रहा है।
पहले भारतीय टीम का सामना श्रीलंका से ODI और T-20 सीरीज के लिए हुआ फिर टीम ने इन्ही दो फॉर्मेट में न्यूज़ीलैंड टीम का सामना किया, उसके बाद भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम किया और कुछ ही दिन पहले ऑस्ट्रेलिया ने फाइट बैक करते हुए भारतीय टीम को ODI सीरीज में 2-1 से हराया, अब भारतीय टीम के खिलाड़ी 31वे मार्च से आईपीएल मोड में स्विच करते हुए दिखेंगे और आईपीएल फाइनल के नौ दिनों बाद ही भारतीय टीम का सामना लंदन के ओवल ग्राउंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए होगा। ऐसे में ऐसे भारतीय खिलाडी जो लगातार हर फॉर्मेट में खेल रहे हैं उनके लिए बीसीसीआई ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को विशेष निर्देश देते उनके कार्यभार प्रबंधन पर कड़ी निगरानी रखने कहा।
NCA ने भारतीय खिलाड़ियों पर कार्यभार निगरानी रिपोर्ट साझा नहीं की: दिल्ली कैपिटल्स सीईओ
बीसीसीआई और भारतीय टीम प्रबंधन राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के कार्यभार प्रबंधन पर नजर रखे हैं लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धीरज मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीमों को अभी तक कोई भी विशेष निर्देश नहीं मिले हैं।बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के साथ महाप्रबंधक के तौर पर काम कर चुके मल्होत्रा ने कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने संबंधित फ्रेंचाइजी से जुड़े सभी भारतीय खिलाड़ियों की एक विस्तृत कार्यभार निगरानी रिपोर्ट साझा की है। इससे निश्चित रूप से आईपीएल टीम की चिकित्सा इकाई को देश की मूल संस्था के साथ मिलकर काम करने में मदद मिलती है।
यह पूछने पर कि विश्व कप संभावित खिलाड़ियों के कार्यभार प्रबंधन के लिये कोई विशेष निर्देश मिला है तो उन्होंने पीटीआई से कहा, अभी तक नही। एनसीए ने सभी अनुबंधित खिलाड़ियों पर एक रिपोर्ट भेजी है।
उन्होंने कहा, हमारे पास अक्षर, कुलदीप और पृथ्वी हैं। उन्होंने हमें रिपोर्ट में बताया है कि वे क्या कर रहे थे और उनका कार्यभार किस तरह का रहा है। लेकिन हमें अभी तक कोई निर्देश नहीं मिला है कि वे हमसे क्या चाहते हैं और खिलाड़ियों के लिये कार्यभार क्या होना चाहिए। पता चला है कि किसी भी फ्रेंचाइजी को भारत के खिलाड़ियों पर कोई निर्देश नहीं मिलेगा जब तक कि कोई चोटिल न हो।
फ्रेंचाइजी के एक कोच ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, मुझे एक बात बताइये। जस्सी (जसप्रीत बुमराह) की अनुपस्थिति में मोहम्मद शमी ही विश्व कप में जाने वाले तेज गेंदबाज हैं। अब अगर गुजरात टाइटन्स फिर से फाइनल खेलता है, तो उसे अधिकतम 64 ओवर (16 मैच) फेंकने पड़ सकते हैं। उन्होंने सवाल किया, मान लीजिए कि एनसीए कहता है कि शमी को अधिकतम 40 ओवरों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए तो क्या गारंटी है कि उसकी मासंपेशियों में खिंचाव नहीं आयेगा। क्या आप इसे लिखित रूप में दे सकते हैं?
अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्व कप के लिए कोई भी निजी फ्रेंचाइजी को यह नहीं कह सकता है कि खिलाड़ियों को करोड़ों का भुगतान करने के बाद इतना प्रतिशत ही खिलाया जाये। कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में कहा था कि यह एक खिलाड़ी पर निर्भर करेगा कि वह ब्रेक चाहता है या नहीं।