टेस्ट के हीरो रहे अक्षर 1 टी-20 के बाद ही हुए ड्रॉप, क्या आज मिलेगा मौका?
क्रिकेट का फॉर्मेट बदलते साथ ही खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी बदल जाता है। यही कारण है कि टीमें अलग फॉर्मेट के लिए अलग खिलाड़ी रखती हैं। भारत दौरे पर आयी इंग्लैंड की टीम को ही देख लीजिए, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड एक अरसे से रंगीन जर्सी में नहीं देखे गए हैं।
भारतीय टीम में भी इशांत शर्मा और आर अश्विन टेस्ट मैचों में दिखते हैं और नीली जर्सी में नए गेंदबाज गेंदबाजी करते हुए दिखते हैं। इसका कारण है अलग फॉर्मेट में अलग प्रदर्शन होने का कारण जो अभी अक्षर पटेल की गेंदबाजी में दिखा है।अब तक अक्षर का टी-20 क्रिकेट में सफर खासा अच्छा नहीं रहा है। कुल 12 मैचों में वह केवल 30 की औसत से 9 विकेट ले पाए हैं।
गौरतलब है कि इंग्लैंड से हुई टेस्ट सीरीज में उन्होंने मात्र 3 टेस्ट मैचों में 27 विकेट निकालकर विपक्षी बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड दी थी। उनकी स्पिन गेंदबाजी का एक भी अक्षर इंग्लैंड के बल्लेबाज नहीं पढ़ पाए थे। सिर्फ नए बल्लेबाजी ही नहीं फैब फोर में शामिल जो रूट को भी वह लगातार अपना शिकार बना रहे थे।
टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद जैसे ही उनके सामने सफेद गेंद दी गई, उनकी गेंदबाजी की दिशा और दशा ही बदल गई। पहले टी-20 में तो वह अपने 4 ओवर का कोटा भी पूरा नहीं कर सके। 3 ओवरों में उन्होंने 24 रन दिए जिसमें 2 छक्के और 1 चौका शामिल था। यह तब था जब मैदान पर ओस नहीं थी, अगर ओस होती तो अक्षर के आंकड़े और भी खराब होते।
हालांकि दूसरे टी-20 में स्पिन गेंदबाजों का गेंद बल्लेबाज तक रुक कर पहुंच रहा था। अक्षर को खुद को दुर्भाग्यशाली समझना चाहिए कि वह इस वक्त बैंच पर बैठे थे। सुंदर और चहल ने पिच को पढ़कर बेहतरीन गेंदबाजी की। लेकिन इंग्लैंड के स्पिनर आदिल रशीद को ओस के कारण यह लाभ नहीं मिल पाया।
देखना यह होगा कि क्या विराट कोहली एक बार और अक्षर पटेल पर भरोसा दिखाएंगे या नहीं। हो सकता है अक्षर धीमी पिच पर कारगर साबित हो लेकिन वह सिर्फ तब जब भारत पहले गेंदबाजी कर रहा हो। यह मानकर चलिए कि दूसरी पारी में ओस आएगी ही। तो ऐसे में कोहली के लिए सुंदर या चहल को बाहर बिठाना होगा जो शायद मुमकिन ना हो।
वैसे अगर दो पारियों में फ्लॉप होने वाले केएल राहुल को मौका दिया जा सकता है तो टी-20 विश्वकप से पहले अक्षर पटेल को भी आजमाने में हर्ज नहीं है। कम से कम इस सीरीज में वह 1 और मौका डिसर्व करते हैं। शायद कोहली का ध्यान अभी जीत पर है। अगर टीम सीरीज में अजेय बढ़त ले लेती है तो अक्षर पटेल समेत अन्य खिलाड़ियों को भी मौका मिल सकता है जो अभी तक बैंच पर बैठे हैं। (वेबदुनिया डेस्क)