पाकिस्तान पर सबसे बड़ी जीत, देश ने मनाया जश्न
भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट मुकाबले किसी 'जंग' से कम नहीं होते, फिर मैदान चाहे कोई भी...जब भी भारत पाकिस्तान को हराता है, तब पूरा देश जश्न में डूब जाता है। एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में बुधवार को भारत ने पाकिस्तान पर 8 विकेट से अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की और इस जीत का जश्न देशभर में देर रात तक मनाया जाता रहा।
देश ही नहीं, दुनिया के तमाम क्रिकेटप्रेमियों को 19 सितम्बर का इंतजार था, जब ये दोनों देश 15 महीनों के बाद अपनी प्रतिभा को तौलने जा रहे थे। भारत ने जब 29वें ओवर में जीत के लिए आवश्यक 164 रनों का लक्ष्य अर्जित कर लिया (पाकिस्तान ने 43.1 ओवर में 162 रन बनाए थे) तो पूरा देश झूम उठा।
दिल्ली, गोवा, मुंबई से लेकर दुबई तक भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों में ऐसा उत्साह था, मानों कोई बहुत बड़ी जंग जीत ली हो। गोवा में तो क्रिकेट प्रेमी यह कहते हुए नजर आए कि आज की जीत 'कारगिल वाली जीत' जैसे लग रही है। एक प्रशंसक ने कहा कि भारत ने 'ईंट का जवाब पत्थर' से दिया। यही नहीं, यहां के लोगों ने दिवाली के पहले ही जीत के पटाखे छोड़कर दिवाली मना ली।
दुबई में जहां यह मैच खेला गया था, वहां पर जमा भारतीय प्रशंसकों का मानना था कि यदि तीन बार एशिया कप में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से हुआ तो तीनों ही बार भारत जीतेगा। रोहित के छक्कों ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर डाला। फैंस का कहना था कि 10 ओवर के भीतर ही भारत ने पाकिस्तान पर अपना दबदबा बना लिया था, जिसके बाद वह कभी उबर नहीं पाया।
लोगों का कहना था कि रोहित ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए और भारत ने साबित कर दिया कि वह विराट कोहली के बगैर भी जीत सकता है। एक प्रशंसक ने कहा कि सच पूछा जाए तो पाकिस्तान ने शुरुआत इतनी गंदी की थी (2 रन पर 2 विकेट) वह संभल ही नहीं सका। 163 रन का लक्ष्य भारत क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में हर हालत में अर्जित करने की कूवत रखता है।
भारत की जीत के बारे में कपिल देव का कहना था कि टीम इंडिया ने इंग्लैंड दौरे के बाद अपनी गलतियों से सबक सीखा। अभी उसे एशिया कप में लंबा रास्ता तय करना है। जब तक एशिया कप हमारे हाथों में नहीं आ जाता, तब हम नहीं सकते कि यह हमारा है।
पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने माना कि पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआत में ही बहुत सारी गलतियां कर डाली थी। टीम कभी भी एकजुट नहीं हो सकी। टीम को अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है। मैं खुद खिलाड़ियों से बात करूंगा और उनकी कमजोरियों को बताऊंगा।