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Last Modified: सोमवार, 30 जनवरी 2017 (16:29 IST)

लय हासिल करने के लिए एक मैच चाहिए : आशीष नेहरा

लय हासिल करने के लिए एक मैच चाहिए : आशीष नेहरा - Ashish Nehra, Indian fast bowler, practice match
नागपुर। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार वापसी के बाद अनुभवी तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने उम्र को लेकर आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें लय हासिल करने के लिए महज एक अभ्यास मैच की जरूरत है। नेहरा ने इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को दूसरे टी-20 मैच में लगातार 2 गेंदबाजों पर विकेट लिए और बाद में 1 विकेट और चटकाया। भारत ने यह मैच 5 रन से जीता।
नेहरा ने कहा कि मैं 50 ओवरों का मैच खेलूं या टी-20 या फिर नेट पर एक स्टम्प के सामने ही गेंदबाजी क्यों न कर रहा हूं, मेरे अभ्यास में कोई कमी नहीं है। मुझे लय हासिल करने में बस एक मैच लगता है। नेहरा ने भारत में 2016 में हुआ टी-20 विश्व कप और फिर आईपीएल खेला था जिसके बाद घुटने के ऑपरेशन के कारण ब्रेक लिया।
 
उन्होंने कहा कि मैं अभी घरेलू क्रिकेट खेलूंगा और फिर आईपीएल भी होना है। मेरा मानना है कि आप इतने समय से इतना अधिक खेल रहे हों तो गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के लिए मैच अभ्यास बहुत जरूरी है। 
 
उन्होंने कहा कि मेरे या महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी, जो फिलहाल टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा और आखिर में अनुभव मायने रखता है। उन्होंने इस बात को खारिज किया कि उम्र उनके आड़े आ रही है तथा कहा कि उम्र महज एक आंकड़ा है और फिट रहने तक वे खेलते रहेंगे।
 
नेहरा ने कहा कि जहां तक उम्र की बात है तो भारत में जब तक आप अच्छा खेलेंगे तो लोग आपकी तारीफ करते रहेंगे लेकिन टीम 2 मैच हार जाएगी तो लोग बाकी 15 खिलाड़ियों की आलोचना नहीं करेंगे बल्कि कहेंगे कि आशीष नेहरा को बाहर किया जाना चाहिए। मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उम्र महज एक आंकड़ा है। 
 
उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि फिट रहना मुश्किल है, क्योंकि मैं तेज गेंदबाज हूं और मैं शुरू तथा अंत दोनों समय गेंदबाजी करता हूं लेकिन मैं अपने खेल का मजा ले रहा हूं और जब तक फिट हूं, खेलता रहूंगा। मैंने 7-8 महीने बाद पिछला मैच खेला लेकिन मुझे कतई ऐसा नहीं लगा कि अभ्यास की कमी है। आप खेलते-खेलते बेहतर होते जाते हैं। 
 
रविवार के मैच के बारे में उन्होंने कहा कि कम स्कोर को बचाते समय शुरुआती विकेट जल्दी लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब आपने सिर्फ 145 रन का लक्ष्य दिया हो तो शुरुआती विकेट जल्दी मिलना जरूरी है, जो मैंने लिए। इससे बल्लेबाजों पर दबाव बना। विकेट धीमा होने से शुरुआती 2-3 विकेट लेने के बाद बल्लेबाज बैकफुट पर आ गए थे। (भाषा)
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