देवदार के पेड़ों में ढूंढ़ा पृथ्वी का रहस्य
आठवीं सदी में पृथ्वी पर ब्रह्मांडीय किरणों (कॉस्मिक रे) का रहस्यमय विस्फोट हुआ था। जापान के नागोया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपने एक अध्ययन में इस बात का पता लगाया है। शोधकर्ताओं ने देवदार के पेड़ों में इस शक्तिशाली घटना के अवशेष ढूंढ़ने के बाद यह दावा किया।वैज्ञानिकों ने देवदार के दो प्राचीन पेड़ों में कार्बन-14 (ब्रह्मांडीय विकिरण से निकलने वाला कार्बन आइसोटॉप) की मात्रा में वृद्धि का पता लगाया। यह घटना 774 से 775 इस्वी के बीच हुई।शोधकर्ता दल के प्रमुख फुसा मियाके ने कहा कि देवदार के इन दोनों पेड़ों में 774 और 775 इस्वी में दूसरे वर्ष की तुलना में कार्बन-14 के स्तर में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि पाई गई।शोधकर्ता दल ने नेचर पत्रिका में छपी अपनी रिपोर्ट में कहा कि वह इस रहस्य का गहराई से अध्ययन कर रहा है। (भाषा)