बाल चिट्ठी : नव वर्ष का स्वागत...!
प्यारे बच्चों,
अब वक्त आ गया है नववर्ष 2015 का स्वागत करने का। आदमी का जीवन जब कुछ वर्षों का है तो स्वाभाविक है कि हरेक वर्ष की बहुत बड़ी कीमत है। कहते हैं कि 1 वर्ष की कीमत उस विद्यार्थी से पूछो जो अपनी कक्षा में पास नहीं हो सका और 1 सेकंड की कीमत उस धावक से जो 1 सेकंड से भी कम समय से पिछड़ कर स्वर्ण पदक हासिल करने से चूक गया।
बच्चों, कभी आपने इस बात पर गौर किया है कि हमारा जीवन क्या है। यही एक-एक पल से बना है, क्योंकि जो पल एक बार चला गया वह पलट कर कभी भी नहीं आएगा। तो क्यों न हम इस समय की और एक-एक वर्ष की कीमत पहचानें।
विगत वर्ष में हमने जो भी किया, उसे एक बार पलटकर देखें कि हमने क्या हासिल किया और क्या हासिल करने से छूट गया। हमने अपने जिन गुणों के कारण कुछ अच्छा पाया, उन्हें हम बरकरार रखें और जो हम प्राप्त कर सकते थे लेकिन हमारी किसी गलती से हम उसके हकदार नहीं बन सके, उन कमियों को दूर करते चलें और इन बातों को आगे भी ध्यान रखें और जीवन में उसे अमल में लाएं।
बच्चों, गलती हर इंसान से होती है। आज हमारे देश में कितने बड़े-बड़े उद्योगपति हैं। सभी को पहले प्रयास में तो सफलता नहीं मिल जाती। उन्हें भी किसी-किसी व्यवसाय में कुछ समय घाटा उठाना पड़ता है। गांधीजी भी कहते थे 'चाहे सौ गलतियां करो, लेकिन किसी भी गलती को दोहराओ मत क्योंकि गलती को दोहराना मूर्खता है।'
तो बस जरूरत है अपनी इन गलतियों को दूर करने की, ताकि जीवन में आप सफल कहलाएं। आप स्वयं पर और आपके परिजन आप पर गर्व महसूस कर सकें। मैं आशा करती हूं इन बातों को ध्यान में रखते हुए आप अपने नववर्ष की शुरुआत करेंगे।
सभी बच्चों को नव वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं। हैप्पी न्यू ईयर...!
तुम्हारी दीदी
मौली