Jharkhand Election: उम्मीदवार का पक्ष लेना पड़ा महंगा, EC ने पीठासीन अधिकारी को हटाया
presiding officer removed: झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को कहा कि उन्होंने मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार का पक्ष लेने के आरोप में एक पीठासीन अधिकारी (presiding officer) के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। दुबे ने दावा किया कि उनकी शिकायत के बाद अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
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मंत्री हफीजुल हसन का पक्ष लेने का है आरोप : दुबे ने देवघर में कहा कि मैंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के उम्मीदवार और मंत्री हफीजुल हसन का पक्ष लेने के लिए देवघर जिले के मधुपुर में बूथ संख्या 111 के पीठासीन अधिकारी के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। आयोग ने मेरी शिकायत को गंभीरता से लिया और अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं देवघर प्रशासन ने कहा कि मतदान स्थल के बहुत पास पाए जाने के बाद अधिकारी को बदल दिया गया।
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बूथ संख्या 111 के पीठासीन अधिकारी को बदल दिया गया : देवघर प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया गया कि बूथ संख्या 111 के पीठासीन अधिकारी को बदल दिया गया है। बयान में कहा गया है कि वेबकास्टिंग कक्ष में निगरानी के दौरान पीठासीन अधिकारी को मतदान स्थल के बहुत करीब पाया गया, जो निर्वाचन आयोग के नियमों का उल्लंघन है और कर्तव्यों के निर्वहन में घोर लापरवाही दर्शाता है। बयान में कहा गया है कि निर्वाचन अधिकारी को गहन जांच करने और आवश्यक होने पर कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
झामुमो ने आरोप लगाया कि अधिकारी को निराधार शिकायत के आधार पर हटाया गया। झामुमो के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि अधिकारी को निराधार शिकायत पर हटाया गया, जो जांच में झूठी साबित होगी। दिलचस्प बात यह है कि निर्वाचन आयोग दुबे की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करता है, लेकिन जब हम शिकायत दर्ज कराते हैं तो उसकी सुनवाई नहीं होती। झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 38 सीटों के लिए बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 7 बजे से मतदान जारी है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta