मिचेल मार्श और डेविड वॉर्नर की जोड़ी ने टी-20 विश्वकप फाइनल की दिलाई याद
दिल्ली कैपिटल्स के लिए सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और ऑलराउंडर मिचेल मार्श ने बुधवार को राजस्थान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए टी-20 विश्वकप की याद दिला दी। दोनों ने वैसा ही नैसर्गिक खेल दिखाया जैसा टी-20 विश्वकप में दिखाया था और दिलचस्प बात यह रही कि दोनों ने उस ही नंबर पर साझेदारी की जिस नंबर पर दोनों ने टी-20 विश्वकप के ज्यादातर मैच और फाइनल में की थी।फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया ने बाद में बल्लेबाजी की थी और दोनों ही अपनी टीम की पहली खिताबी जीत के सूत्रधार बने थे।
खासकर मिचेल मार्श ने दिल्ली की जीत में मिशेल मार्श ने अहम भूमिका निभायी। मार्श ने पहले तीन ओवर में 25 रन देकर दो विकेट लिये और बाद में 89 रन की धमाकेदार पारी खेली। उनके अलावा डेविड वार्नर ने 52 रन बनाये।
मार्श ने कहा, पावरप्ले में गेंद स्विंग कर रही थी, इसलिए जब से मैंने टी20 क्रिकेट खेलना शुरू किया है तब से मेरे लिये यह सबसे मुश्किल पावरप्ले था।उन्होंने आस्ट्रेलिया के अपने साथी वार्नर की भी प्रशंसा की।मार्श ने कहा, मुझे डेवी (वार्नर) के साथ बल्लेबाजी करना अच्छा लगता है। हमने काफी अच्छी साझेदारियां की हैं।
मिचेल मार्श का यह प्रदर्शन और खास इस कारण हो जाता है क्योंकि वह दिल्ली की टीम से देर से जुड़े थे और फिर उनको कोरोना हो गया था। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कम मैचों में भी टीम के लिए उपयोगी पारियां खेली है। 6 मैचों में 31 की औसत और 144 की स्ट्राइक रेट से वह 188 रन बना चुके हैं।
वहीं डेविड वॉर्नर ने टी-20 विश्वकप वाला फॉर्म ही इस आईपीेल में दिखाया है। डेविड वॉर्नर ने 10 मैचों में 5 अर्धशतक की मदद से 61 की औसत और 152 की स्ट्राइक रेट से 427 रन बनाए हैं।
राजस्थान को कोई मौका नहीं दिया मार्श और वॉर्नर की जोड़ी नेदिल्ली कैपिटल्स के लिये मार्श ने 62 गेंद की पारी में सात छक्के और पांच चौके जमाये जबकि वार्नर ने 41 गेंद में पांच चौके और एक छक्का जड़ा। आस्ट्रेलियाई जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिये 101 गेंद में 144 रन जोड़कर टीम को छठी जीत दिलायी।
दिल्ली कैपिटल्स को हालांकि पहला झटका पहले ही ओवर में श्रीकर भरत के रूप में लगा जब टीम का खाता भी नहीं खुला था। वह ट्रेंट बोल्ट (चार ओवर में 32 रन देकर एक विकेट) पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच दे बैठे।
पर वार्नर और मार्श ने संभलकर खेलने की रणनीति अपनायी। सातवें ओवर में मार्श ने कुलदीप सेन पर दो छक्के जड़कर शुरूआत की।
युजवेंद्र चहल (चार ओवर में 43 रन देकर एक विकेट) नौंवे ओवर में गेंदबाजी करने उतरे जिसमें वार्नर ने दूसरी गेंद पर डीप मिडविकेट पर छक्का जड़ा। अगली गेंद को भी लांग ऑफ पर उठा दिया और बटलर डाइव करके कैच लकपने बढ़े, पर गेंद छिटक गयी और मौका उनके हाथ से निकल गया। अंतिम गेंद स्टंप पर लगी और लाइट भी जली, पर गिल्लियां अडिग रहीं जिससे वार्नर नाबाद रहे।
दिल्ली कैपिटल्स का 10 ओवर बाद स्कोर एक विकेट पर 74 रन था जिसके बाद मार्श ने चहल पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया।
मार्श तेजी से रन जुटाते रहे लेकिन 18वें ओवर में चहल की गेंद का शिकार बने। हालांकि तब तक टीम जीत के करीब थी। कप्तान ऋषभ पंत (नाबाद 13 रन) ने फिर वार्नर के साथ जीत की औपचारिकता पूरी की।