CSK के पूर्व ऑलराउंडर ने चेन्नई के इस गेंदबाज को बताया आधुनिक युग का मैक्ग्राथ
नई दिल्ली:ऑस्ट्रेलिया और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने इस इंडियन प्रीमियर ली (आईपीएल) सत्र में ज्यादा विकेट नहीं चटकाये हैं लेकिन हमवतन शेन वाटसन को लगता है कि उसकी गेंदबाजी का सामना करना काफी मुश्किल होता है क्योंकि वह गेंद पर नियत्रंण बनाये रखता है।
हेजलवुड (30 वर्ष) ने इस आईपीएल चरण में आठ मैचों में केवल नौ विकेट चटकाये हैं, उन्होंने रविवार को आईपीएल के पहले क्वालीफायर में दिल्ली कैपिटल्स पर मिली चार विकेट की जीत में अहम भूमिका निभायी थी। हालांकि वह टूर्नामेंट में इतना शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं।
वाटसन ने स्टार स्पोर्ट्स के सलेक्ट डगआउट शो में कहा, उसके हाथ से निकलने वाली गेंद पर उसका नियत्रंण ही शानदार होता है, इसलिये अगर विकेट पर जरा भी ओस होती है या फिर नयी गेंद होती है तो वह विकेट से कुछ न कुछ हासिल करने में काफी बेहतरीन है।
सीएसके और कोलकाता नाइट राइट राइडर्स के बीच शुक्रवार को होने वाले आईपीएल फाइनल से पहले उन्होंने कहा, थोड़े से वैरिएशन या फिर विकेट से कुछ हासिल करने में या फिर हवा में कुछ मदद का मतलब है कि उसे इन परिस्थितियों में भी खेलना काफी मुश्किल होता है।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई आल राउंडर ने कहा कि हेजलवुड में गेंद पर नियंत्रण के मामले में महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा जैसी ही समानता है।
सीएसके के पूर्व खिलाड़ी वाटसन ने कहा, हेजलवुड की ऊंगली से निकलने वाली गेंद पर नियंत्रण कुछ ऐसा ही है जैसा ग्लेन मैकग्रा का होता था। गेंद कितनी स्विंग होनी चाहिए या फिर किस तरीके से गेंद सीम होगी, उनके (मैकग्रा) के पास जो नियत्रंण था, वह जोश में तब से है जब वह युवा था। हेजलवुड में मैकग्रा जैसी समानता है।
37 वर्षीय वाटसन ने वर्ष 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।शेन वाटसन क्रिकेट के मैदान पर छोटे प्रारूप के बेहतरीन क्रिकेटरों में रहे। अपने लगभग दो दशक तक चले क्रिकेट करियर में वाटसन ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए अहम योगदान दिया जबकि बिग बैश और घरेलू क्रिकेट में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
पिछले साल लिया था वाटसन ने चेन्नई सुपर किंग्स से संन्यासचेन्नई सुपर किंग्स आईपीेएल 2020 में आईपीएल के प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी थी और तालिका में सातवें स्थान पर रही थी। आईपीएल के इस सत्र में उन्होंने 11 मैचों में 299 रन बनाए थे। इसके साथ ही उन्होंने फ्रैंचाइजी क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया था। साल 2018 में चेन्नई की खिताबी जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। उस सत्र में उन्होंने 555 रन बनाने के साथ 6 विकेट भी लिए थे।