Israel-Iran conflict : डोनाल्ड ट्रंप की ईरान को सीधी धमकी, बिना शर्त सरेंडर करो, हमें पता है सुप्रीम लीडर कहां छिपा है
इजराइल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि ईरान के आसमान पर हमारा कब्जा है। उनके इस दावे से आशंका बढ़ गई है कि क्या अमेरिका ईरान के खिलाफ इजराइली हमलों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा हम अच्छे से जानते हैं कि सुप्रीम लीडर कहां छिपा है। उन तक पहुंचना बहुत आसान है, लेकिन हम उन्हें मारेंगे नहीं। कम से कम अभी तो नहीं।
खामेनेई को नहीं मारना चाहते
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका जानता है कि ईरान के शीर्ष (धार्मिक) नेता अयातुल्ला अली खामेनेई कहां छिपे हैं, लेकिन वह फिलहाल उन्हें मारना नहीं चाहता। ट्रंप ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया, क्योंकि पांच दिन से जारी संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। ट्रंप ने कहा कि हमें अच्छी तरह पता है कि तथाकथित सर्वोच्च नेता कहां छिपे हैं।
हमारा संयम दे रहा है जवाब
ट्रंप ने कहा कि वे एक आसान निशाना हैं, लेकिन वहां सुरक्षित हैं, हम उन्हें अभी मारने नहीं जा रहे हैं, कम से कम फिलहाल तो नहीं। लेकिन हम नहीं चाहते कि आम नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर मिसाइलें दागी जाएं। हमारा संयम अब जवाब दे रहा है। तेहरान के प्रति ट्रंप की भाषा पहले से कहीं ज्यादा आक्रामक हो गई है।
परमाणु कार्यक्रम बंद होना चाहिए
ट्रंप की ये कठोर टिप्पणियां उस समय आई हैं जब ट्रंप ने तेहरान के 95 लाख निवासियों से अपनी जान बचाने के लिए शहर छोड़ने की अपील की है और एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की अपनी यात्रा बीच में ही छोड़कर वॉशिंगटन लौट आए ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ आपात बैठक कर सकें। ट्रंप मंगलवार की सुबह व्हाइट हाउस पहुंचे। वाशिंगटन लौटते ही ट्रंप ने ईरानी नेताओं के साथ समझौता न कर पाने के लिए निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वे अब इस संघर्ष का “सच्चा अंत” चाहते हैं और तेहरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह बंद हो जाना चाहिए।
परमाणु हथियार नहीं रख सकता ईरान
ट्रंप ने कहा कि उन्हें समझौता कर लेना चाहिए था। मैंने कहा था, समझौता करो। तो मैं अब ज्यादा बातचीत के मूड में नहीं हूं। ईरान ने कई बार कहा है कि उनका परमाणु कार्यक्रम सिर्फ शांतिपूर्ण है और अमेरिकी खुफिया एजेंसियां भी मानती हैं कि वे सक्रिय रूप से परमाणु बम नहीं बना रहे। ट्रंप ने कनाडा में जारी जी-7 शिखर सम्मेलन को बीच में ही छोड़कर वाशिंगटन रवाना होने से पहले सोमवार रात को एक संदेश में लिखा कि ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता। उन्होंने अपने संदेश में कहा,सभी को तेहरान तत्काल खाली कर देना चाहिए।
संघर्षविराम पर काम नहीं
बाद में ट्रंप ने इस बात से इनकार किया कि वे संघर्षविराम पर काम करने के लिए जल्दबाज़ी में लौटे हैं। वाशिंगटन लौटते समय एयर फोर्स वन में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैं संघर्ष विराम की तरफ नहीं देख रहा हूं। हम उससे भी बेहतर चीज की तरफ देख रहे हैं।" हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी। एयर फोर्स वन में सवार पत्रकारों ने ट्रंप से पूछा कि उन्होंने तेहरान को खाली करने का अनुरोध क्यों किया, इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, मैं बस यही चाहता हूं कि लोग सुरक्षित रहें।
तेहरान में लोग छोड़ रहे हैं घर
इससे पहले, इजराइली सैन्य बलों ने तेहरान के एक मध्यवर्ती इलाके के लगभग 3,30,000 निवासियों से इलाके को खाली करने की अपील की थी। तेहरान पश्चिम एशिया के सबसे बड़े शहरों में से एक है और वहां तकरीबन एक करोड़ लोग रहते हैं, जो इजराइल की कुल आबादी के बराबर है। ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से ही तेहरान में लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।
इजराइल का कहना है कि ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों, परमाणु वैज्ञानिकों, यूरेनियम संवर्धन स्थलों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर उसका व्यापक हमला ईरान को परमाणु हथियार बनाने के और करीब आने से रोकने के लिए ज़रूरी है। शुक्रवार से अब तक हुए हमलों में कम से कम 224 लोग मारे गए हैं।
ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल पर 370 से ज़्यादा मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं। इन हमलों में अब तक इजराइल में 24 लोग मारे गए हैं और 500 से ज़्यादा घायल हुए हैं। इस बीच, इजराइली सेना ने कहा कि मंगलवार को फिर से मिसाइलें छोड़ी गईं और उत्तरी इजराइल में विस्फोटों की आवाज सुनी गयी। उधर, ईरान की राजधानी में दुकानें बंद हैं और गैस के लिए कतारें लगी हैं। तेहरान का मुख्य इलाका मंगलवार सुबह से ही खाली होने लगा और कई दुकानें बंद रहीं। शहर का प्राचीन ग्रैंड बाज़ार भी बंद रहा। ऐसा पहले सिर्फ़ सरकार विरोधी प्रदर्शनों या कोरोना वायरस महामारी के चरम पर रहने के दौरान ही हुआ था।
डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द
तेहरान से पश्चिम की ओर जाने वाली सड़कों पर यातायात जाम की स्थिति देखी गई। कई लोग कैस्पियन सागर क्षेत्र की ओर जाते दिखाई दिए। तेहरान में पेट्रोल पंपों पर भी लंबी कतारें देखी गईं। संघर्ष जारी रहने के बीच प्राधिकारियों ने चिकित्सकों और नर्स की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। ईरान सरकार के अधिकारी लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि सब कुछ नियंत्रण में है और उन्होंने जनता को इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया कि उन्हें क्या करना चाहिए।
इस बीच, इजराइली सेना ने तेहरान पर हमले में ईरान के शीर्ष जनरल अली शादमानी को मारने का दावा किया है। लेकिन ईरान ने जनरल की हत्या पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है। जनरल शादमानी को हाल ही में अर्द्धसैन्य बल रिवॉल्यूशनरी गार्ड का हिस्सा खातम अल-अनबिया केंद्रीय मुख्यालय का प्रमुख नियुक्त किया गया था।
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष तेज होने के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा में जारी जी-7 शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले रवाना हो गए। शिखर सम्मेलन से रवाना होने से पहले ट्रंप ने अन्य नेताओं के साथ एक संयुक्त बयान में कहा, ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता और उन्होंने गाजा में संघर्ष विराम समेत पश्चिम एशिया में तनाव कम करने का आह्वान किया।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने पत्रकारों से कहा कि इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष विराम पर बातचीत जारी है, लेकिन सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणियों में ट्रंप ने इस बात को खारिज किया है। ट्रंप ने लिखा, मैक्रों ने गलती से कहा है कि मैंने इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष विराम पर काम करने के लिए कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन से समय से पहले विदा ली है।
उन्होंने कहा कि गलत, उन्हें अंदाजा नहीं है कि मैं वाशिंगटन क्यों जा रहा हूं लेकिन इसका निश्चित रूप से संघर्ष विराम से कोई लेना-देना नहीं है। यह उससे कहीं बड़ी बात है। इस बीच, अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ राष्ट्रपति तथा उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मुलाकात करने के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे। हेगसेथ ने यह नहीं बताया कि बैठक क्यों हो रही है, लेकिन उन्होंने सोमवार देर रात फॉक्स न्यूज को बताया कि ये गतिविधियां यह सुनिश्चित करने के लिए हो रही है कि हमारे लोग सुरक्षित रहें। ट्रंप ने कहा कि वह कूटनीतिक वार्ता छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस तथा विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को ईरानी नेताओं से मुलाकात करने के लिए भेज सकते हैं। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma