लद्दाख में मोदी की हुंकार से डरा पाकिस्तान, मिलिट्री और इंटेलिजेंस के साथ की मीटिंग
उठेंगे जब हम, दिल तेरा भर आएगा , खुद को तेरा खेल बनाकर बैठे हैं
इस शेर की दूसरी लाइन पाकिस्तान जैसे देश पर काफी मुफीद नजर आती है। साफतौर पर यह कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान खुद को चीन के हाथ का खेल बनाकर बैठा है। हालांकि इस कतार में हमारा पड़ोसी मुल्क नेपाल भी है। लेकिन वो चाहे कितना ही चीन के इशारों पर नाचे, यह भी सच है कि भारत की एक हरकत से पाकिस्तानी की सांसे ऊपर नीचे हो जाती हैं।
चीन के इशारों पर पाकिस्तान
पाकिस्तान चीन की बीन हरकत कर रहा है। हाल ही में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि
'एक जैसी चुनौतियों के आगे दोनों देशों के बीच एक-दूसरे का समर्थन करने की परंपरा रही है।'
भारत-चीन के बीच सीमा विवाद के बीच कुरैशी ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से शुक्रवार को फोन पर बात की। इसमें मुख्य रूप से चर्चा लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर बने हालात पर ही हुई।
पाकिस्तान ने फिर से 'वन चाइना' पॉलिसी का समर्थन किया और कहा है कि वह 'हांगकांग, ताइवान, तिब्बत और जिनझियांग में' चीन का समर्थन करता है। दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी भारत के खिलाफ पैंतरेबाजी शुरू कर दी है। उन्होंने मिलिट्री और इंटेलिजेंस के टॉप अधिकारियों की मीटिंग बुलाई जिसका एजेंडा भारत-चीन सीमा विवाद के इर्द-गिर्द ही रहा।
चीनी विदेश मंत्री के साथ बातचीत में कुरैशी ने कहा कि
'भारत के विस्तारवादी रवैये से क्षेत्र की शांति भंग हो रही है।' पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापते हुए कहा कि
'कब्जाई गई जमीन पर भारत डेमोग्रफी में चेंज करने की कोशिश कर रहा है।' कुरैशी ने वांग को लाइन ऑफ कंट्रोल के हालात के बारे में भी बताया।
बता दें कि शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख का दौरा किया था। उन्होंने लेह में जवानों को संबोधित किया। लद्दाख में चीनी हरकतों पर तंज सकते हुए मोदी ने कहा था कि अब विस्तारवाद का जमाना चला गया है, विकासवाद का वक्त है। मोदी ने चीन को चेताया कि ऐसी ताकतें मिट जाया करती हैं।
भयभीत हुआ पाकिस्तान
बॉर्डर पर भारत ने जिस तरह चीनी फौज के लिए भारत ने व्यवस्था की है, उससे इमरान भी डर गए हैं। उन्हें डर है कहीं LAC पर तनाव के बहाने भारत LOC वाला फ्रंट न खोल दे। इसी के चलते उन्होंने शुक्रवार को इस्लामाबाद में मिलिट्री और इंटेलिजेंस के टॉप अधिकारियों की बैठक बुलाई। यह मीटिंग चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की फोन पर बातचीत के बाद हुई।