सिर्फ 1 मैच में कर पाए घरेलू टीम के दीदार, चैंपियन्स ट्रॉफी में पाक फैंस की दिलचस्पी खत्म
पाकिस्तान के जल्दी बाहर होने के बाद उसके प्रशंसकों की चैंपियंस ट्रॉफी में दिलचस्पी कम हुई
पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसकों की दिलचस्पी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी टीम के जल्दी बाहर होने और रमजान की शुरुआत होने के बाद कम हो गई है।शनिवार को इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच मैच के लिए नेशनल स्टेडियम में मुश्किल से कुछ हजार लोग थे। इससे आयोजन स्थल पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली कि उनके लिए टूर्नामेंट लगभग खत्म हो गया है।
स्टेडियम में तैनात एसएसपी इमरान जमील ने कहा, पिछले दो सप्ताह हमारे लिए काफी मुश्किल और तनावपूर्ण रहे हैं इसलिए अब हम काफी राहत महसूस कर रहे हैं। इंग्लैंड के साथ मैच में भी शांति रही। कराची में 19 फरवरी से शुरू हुए चैंपियंस ट्रॉफी मैच के लिए इस शहर में कम से कम 7000 पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक रेंजर्स और यहां तक कि कुछ सैन्य इकाइयां भी ड्यूटी पर थीं।
लेकिन जमील ने कहा कि टीमों, अधिकारियों, मीडिया और प्रशंसकों के लिए राज्य स्तरीय सुरक्षा प्रदान करने का काम इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही आरंभ हो गया था।उन्होंने कहा, अब सुरक्षाकर्मी रमजान में सामान्य ड्यूटी पर लौट सकते हैं।
शनिवार को कॉलेज के दोस्तों के एक समूह के साथ आईं दो बहनों फरिहा और फैजा ने कहा कि पाकिस्तान के बिना चैंपियंस ट्रॉफी उनके लिए खत्म हो गई है।फैजा ने कहा, हम आज आए हैं, क्योंकि हमने मैच के लिए पहले ही टिकट खरीद लिए थे।
क्रिकेट पत्रकार और विश्लेषक महमूद रियाज ने कहा कि घरेलू टीम के प्रदर्शन के कारण चैंपियंस ट्रॉफी थोड़ी निराशाजनक रही।उन्होंने कहा, हम इतने वर्षों के बाद एक बड़े आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहे थे और लोग उत्साहित थे, लेकिन टीम ने वास्तव में सभी को निराश किया।
(भाषा)