दीवाली की सफाई में सबसे पहले इन 8 चीजों को करें घर के बाहर
दीपावली से पहले घर की साफ सफाई करते वक्त हम कई बार कुछ पुरानी चीजों को दोबारा संभाल कर रख लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन पुरानी चीजों से आपका मोह, घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और सकारात्मकता को कम करता है। इस से बचने के लिए कुछ चीजों को घर से बाहर करना बेहद जरूरी है। आइए जानें कि लक्ष्मी पूजन से पहले घर की किन 10 चीजों को दिखाएं बाहर का रास्ता...
1 टूटा हुआ दर्पण रखना वास्तु के अनुसार एक बड़ा दोष है। इस दोष के कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय रहती है और परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
2 वैवाहिक जीवन में सुख-शांति के लिए जरूरी है कि पति-पत्नी का पलंग टूटा हुआ बिलकुल न हो। यदि पलंग ठीक नहीं होगा तो पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन में परेशानियां आने की आशंकाएं काफी बढ़ जाती हैं।
3 खराब घड़ियां घर में नहीं रखनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि घड़ियों की स्थिति से हमारे घर-परिवार की उन्नति निर्धारित होती है। यदि घड़ी सही नहीं होगी तो परिवार के सदस्य कार्य पूर्ण करने में बाधाओं का सामना करेंगे और काम तय समय में पूर्ण नहीं हो पाएगा।
4 यदि आपके घर में कोई टूटी हुई तस्वीर हो तो उसे भी घर से हटा देना चाहिए। वास्तु के अनुसार यह भी वास्तुदोष उत्पन्न करती है। यदि घर में कोई इलेक्ट्रॉनिक वस्तु खराब है या टूटी हुई है तो उसे भी घर से हटा देना चाहिए।
5 यदि घर का मुख्य दरवाजा टूट-फूट रहा हो तो उसे तुरंत ठीक करवा लें। दरवाजे में टूट-फूट अशुभ मानी गई है। घर का फर्नीचर भी एकदम सही हालत में होना चाहिए। वास्तु के अनुसार फर्नीचर में टूट-फूट बुरा असर डालती है।
6 टूटे डिब्बे, खराब खिलौने, बेकार सजावटी सामग्री, फटे कपड़े, टूटी चप्पल और पुरानी चादरें जितनी जल्दी हो सके निकाल दीजिए। घर में पिछले वर्ष के बचे दीये ना जलाएं, नए दीये खरीदें और दीपावली मनाएं।
7 वास्तुदोष उत्पन्न होने पर घर-परिवार के सदस्यों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिस घर में वास्तुदोष होते हैं, वहां पैसों की कमी बनी रहती है। अत: इन दोषों का निवारण लक्ष्मी पूजन से पहले तुरंत कर लेना चाहिए।
8 घर का भारी सामान या अनावश्यक वस्तुएं घर के दक्षिण-पश्चिम भाग में रखना चाहिए। अन्य किसी स्थान पर भारी सामान रखना वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है। घर में बाथरूम या रसोईघर के लिए पानी की सप्लाई उत्तर-पूर्व दिशा में होनी चाहिए।