होली का हंगामा...!
- एमके सांघी
आपके प्यार को जिया है तोआपकी बेरुखी भी सह लेंगेआपने रंग न लगाया तो क्याआपका नाम लेकर ही खुद को रंग लेंगे। **** खेलना है होलीखूब खेलोरंग के लिए मगरमेरा दिल तो ना तोड़ो। **** मेरे और अपनेघर वालों को दंग कर दोहोली के बहाने आकरमेरी माँग में रंग भर दो।**** होली की गेर मेंसब हैं एक रंगक्या अमीर, क्या गरीबसभी है संग-संग।**** जिनकी बोली में होता था शहदवो आज उतर आए गाली पेबुरा न माना हमने भी, होली थीगाली का जवाब दिया गाली से।**** जेब में रंगहाथ में पिचकारीआज क्रिकेट भूल गईबच्चों की टुल्लर सारी। **** सालीजी मैं ससुराल नहीं आऊँगाहोली पर आपको रंग नहीं लगाऊँगारंगों ने कहीं आपको अधिक काला कर दिया तोअपने होने वाले साडू से बहुत मार खाऊँगा। **** देवर लाए रंगों की बहारभैया भी कुछ कह न सकेंगेलहोली पर हम आपको खूब रंगेंगे। **** बिखरी जुल्फों को न सँवारोउन्हें हवा में उड़ने दोआज है हमारी पहली होलीहमें अपना चेहरा रंगने दो।**** होली के रंग जब मेरे चेहरे से टकराएप्रियतम तेरे प्यार के रंगमुझे बहुत याद आए। ****