ब्यूनस आयर्स। अपनी टीम को जीतते देखने की आस में जश्न की तैयारियां करके मैच देखने बैठे अर्जेंटीना के प्रशंसकों की उम्मीदों पर शुक्रवार को क्रोएशिया से मिली हार के बाद घड़ों पानी फिर गया और जश्न का शोरगुल मातमी सन्नाटे में बदल गया।
बाईस बरस के जोकिन ने कहा, 'हम बहुत बुरी तरह से हारे। इस बार की हार शर्मनाक है।' उन्होंने कहा, 'और शर्म की बात यह है कि हम नाइजीरिया पर निर्भर हो गए हैं।'
लियोनेल मेस्सी से खफा मिगुल एंजेल ने कहा, 'मेस्सी जो बार्सीलोना के लिए जीतता रहता है लेकिन हमें हार और गम के अलावा कुछ नहीं दिया।'
अर्जेंटीना के झंडे के रंग चेहरे पर पुतवाकर मैच देखने बैठे युवा, बच्चे और बूढ़े हाथ से मुंह और आंसू छिपाते दिखे। कुछ फूट-फूटकर रो भी दिए और एक-दूसरे को गले लगाकर सांत्वना देने लगे।
आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे अर्जेंटीना के लिए यह विश्व कप मुस्कुराने की कुछ वजहें ढूंढने का बहाना था लेकिन यहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी।
अलफ्रेडो डोमिंगुएज ने कहा, 'हम दुखी है क्योंकि यह गलत हुआ। हम थक गए हैं। हमने टीम पर भरोसा किया था।'
कोच ने प्रशंसकों से मांगी माफी : अर्जेंटीना के कोच जार्ज सैम्पाओली ने क्रोएशिया के हाथों 3-0 से हार के बाद विश्व से बाहर होने की कगार पर पहुंचने के बाद अपने प्रशंसकों से माफी मांगी है। कोच ने कहा कि यह पूरी तरह से उनकी गलती है और वह इसके लिए माफी मांगते हैं।
उन्होंने कहा, 'मैं सभी प्रशंसकों से माफी मांगता हूं , खास तौर पर उनसे जो अर्जेंटीना से यहां हमें जीतते देखने आये थे।'
सैम्पाओली ने कहा, 'इस नतीजे के लिए मैं जिम्मेदार हूं लेकिन प्रशंसकों की ही तरह मैने भी सपने देखे थे।'
उन्होंने कहा कि उनकी टीम एक ईकाई के रूप में नहीं खेल सकी और लियोनेल मेस्सी को गेंद अधिक सौंपने की रणनीति नाकाम रही।